tag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post2363398219482063746..comments2024-03-05T08:08:12.202+05:30Comments on शिवकुमार मिश्र और ज्ञानदत्त पाण्डेय का ब्लॉग: मुफ्ती साहेब, कभी कोई धाँसू फतवा सुनाईये. ...समथिंग डिफरेंट टाइपGyan Dutt Pandeyhttp://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comBlogger30125tag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-56411068848888279932008-11-27T03:14:00.000+05:302008-11-27T03:14:00.000+05:30बात तो आपकी सोलहों आने सही है, लेकिन बुद्धिजीवियों...बात तो आपकी सोलहों आने सही है, लेकिन बुद्धिजीवियों को इसमें घसीटना ठीक नहीं। अब क्या है कि वे कुछ खास मौकों पर इतना गला फाड़ लेते हैं कि बाकी समय तर करने से ही फुरसत नहीं मिलती। अब ये बात सरे आम तो कहेंगे नहीं..इसलिए आप से कह दिया कि सर्दी में गला खराब है।Ashok Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/14682867703262882429noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-64338861924749830492008-11-26T06:06:00.000+05:302008-11-26T06:06:00.000+05:30ताऊ ने ठीक कहा है. गालिब, जौक, दाग और मीर भी जायें...ताऊ ने ठीक कहा है. गालिब, जौक, दाग और मीर भी जायेंगे. रसखान, जायसी, और खानखाना जैसे तो शायद पकी काफिर ही रहे होंगे.Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-4285505421028889222008-11-26T00:29:00.000+05:302008-11-26T00:29:00.000+05:30वाह शिवभाई क्या फतवा पढ़्वाया है,लेकिन आपको थोड़ा गं...वाह शिवभाई क्या फतवा पढ़्वाया है,लेकिन आपको थोड़ा गंभीरता से सोंचना चाहिये,आखिर नानसेन्स भी तो कुछ होता है?बाकी हम सब तो वैसे भी क़ाफिर हैं।सुमन्त मिश्र ‘कात्यायन’https://www.blogger.com/profile/14324507646856271888noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-21925065308559689892008-11-25T23:52:00.000+05:302008-11-25T23:52:00.000+05:30गला तो आजकल हमारा भी खराब है इसलिये हम भी अपने को ...गला तो आजकल हमारा भी खराब है इसलिये हम भी अपने को बुद्धिजीवी मानने का जुर्म करते है !!<BR/>तो उनके लिये बस इतना ही कहेंगे <BR/><BR/>मंदिर मस्जीद भेद कराते <BR/>मेल कराती मधुशाला !!<BR/><BR/>नोट: बुद्धिजीवीयो की बात पर भरोसा नही करना चाहिये क्योकि बुद्धिजीवी जिस बात के पक्ष मे बोल रहा है कल उसके विपक्ष मे भी बोल सकता है। क्यो?क्योकि वह बुद्धिजीवी है !!दीपकhttps://www.blogger.com/profile/08603794903246258197noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-63846833583013935812008-11-25T18:29:00.000+05:302008-11-25T18:29:00.000+05:30क्या साहब कौन कहता है मयकशीं हराम है-जाम पीता हूँ ...क्या साहब कौन कहता है मयकशीं हराम है-<BR/><BR/>जाम पीता हूँ तो मुंह से कहता हूँ बिस्मिल्लाह,<BR/>कौन कहता है कि रिन्दों को खुदा याद नहीं.कार्तिकेय मिश्र (Kartikeya Mishra)https://www.blogger.com/profile/03965888144554423390noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-8506464621039027812008-11-25T17:44:00.000+05:302008-11-25T17:44:00.000+05:30लगता है खुमार आप पर चढ़ गया तभी तो शाकी और साकी मे...लगता है खुमार आप पर चढ़ गया तभी तो शाकी और साकी में फर्क न कर सके <BR/>हिन्दी साहित्य में अपने फतवा सुनाने वाले बैठे हैं तो फ़िर साहित्य से इतर लोगों के फतवे कौन सुनेगा.roushanhttps://www.blogger.com/profile/18259460415716394368noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-38991972794484789292008-11-25T07:23:00.000+05:302008-11-25T07:23:00.000+05:30और त सब ठीक है लेकिन देख लो भाई अपने ज्ञान भैया के...और त सब ठीक है लेकिन देख लो भाई अपने ज्ञान भैया के अंदज! भरोसे काबिल नहीं लगते!अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-10937924090961965072008-11-25T07:03:00.000+05:302008-11-25T07:03:00.000+05:30बहुत सटीक...पढ लें तो फतवा जारी करना बंद कर दें.आन...बहुत सटीक...पढ लें तो फतवा जारी करना बंद कर दें.<BR/><BR/>आनन्द आ गया इतना बेहतरीन पंच देखकर.<BR/><BR/>बधाई.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-28593218178224461032008-11-24T23:51:00.000+05:302008-11-24T23:51:00.000+05:30सभी धर्मोँ के लिये हमेँ आदर है - जो इस तरह के आदेश...सभी धर्मोँ के लिये हमेँ आदर है -<BR/> जो इस तरह के आदेश<BR/> सीरीयसली लेते हैँ <BR/>उन्हेँ वही मुबारक !<BR/>- लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-56493024535476372462008-11-24T23:45:00.000+05:302008-11-24T23:45:00.000+05:30बंधू बहुत गज़ब की पोस्ट लिखी है आपने..गज़ब की माने...बंधू बहुत गज़ब की पोस्ट लिखी है आपने..गज़ब की माने बहुत ही गज़ब की...जो पोस्ट हमारी समझ में आ जाए वो ग़ज़ब के अलावा कुछ हो ही नहीं सकती...और शेर भी खूब सुनाएँ है...आप की याददास्त को सलाम...मुफ्ती साहेब को छोडिये अब उनके कहने से क्या शराब बिकनी बंद हो जायेगी...? गुजरात में जितने पियक्कड़ हैं शायद आपको पंजाब में भी न मिलें...जोर जबरदस्ती से कोई लत छूटती है क्या?<BR/>नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-28524368893179796582008-11-24T22:32:00.000+05:302008-11-24T22:32:00.000+05:30मौलाना ने फतवा कभी उन आतंकवादियो के नाम क्यो नही द...मौलाना ने फतवा कभी उन आतंकवादियो के नाम क्यो नही दिया जो इस्लाम को बदनाम करने पर तुले है?राज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-65374938384689826062008-11-24T20:59:00.000+05:302008-11-24T20:59:00.000+05:30जेट और किंगफ़िशर में टाय-अप हो गया है ना? या मैंने ...जेट और किंगफ़िशर में टाय-अप हो गया है ना? या मैंने "दारू की झोंक" में जेट को किंगफ़िशर समझ लिया? यदि फ़िलहाल दोनों कम्पनियाँ अलग-अलग हैं तो नरेश गोयल से माफ़ी के साथ अपने शब्द वापस लेता हूं… :) :) नरेश गोयल के लिये फ़तवा थोड़ा और सोच कर देंगे :)Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/02326531486506632298noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-8355642447297667532008-11-24T20:56:00.000+05:302008-11-24T20:56:00.000+05:30पुसदकर जी से सहमत, एक फ़तवा और आता ही होगा कि जेट ए...पुसदकर जी से सहमत, एक फ़तवा और आता ही होगा कि जेट एयरवेज में सफ़र करना भी "अन-इस्लामिक" है, क्यों? यह भी बताना पड़ेगा क्या? अरे भई मालिक है दारू किंग विजय माल्या और ऊपर से कैलेण्डर पर नंगी-पुंगी लड़कियों की फ़ोटो भी छापता है यानी दोहरा "अन-इस्लामीकरण" :) :) :) :)Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/02326531486506632298noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-68531979749655242102008-11-24T19:20:00.000+05:302008-11-24T19:20:00.000+05:30मौलाना ने फतवा जारी करने में देर कर दी,बच्चन जी नह...मौलाना ने फतवा जारी करने में देर कर दी,<BR/>बच्चन जी नहीं रहे,<BR/>वैसे वे रोज जारी करें फतवे हजार <BR/>परवाह कौन करता है?<BR/>बस फतवे के नाम पे अखबार में <BR/>नाम मौलाना का छपता है।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-58814754676921843212008-11-24T16:57:00.001+05:302008-11-24T16:57:00.001+05:30बहुत गजब गजब फतवे आते है... शायद इस हफ्ते कुछ नहीं...बहुत गजब गजब फतवे आते है... शायद इस हफ्ते कुछ नहीं रहा होगा तो मधुशाला पर ही सही.. <BR/><BR/>इस्लाम को मजा़क बना दिया इन मौलानाओ ने..रंजन (Ranjan)https://www.blogger.com/profile/04299961494103397424noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-25610374128742063342008-11-24T16:57:00.000+05:302008-11-24T16:57:00.000+05:30बहुत गजब गजब फतवे आते है... शायद इस हफ्ते कुछ नहीं...बहुत गजब गजब फतवे आते है... शायद इस हफ्ते कुछ नहीं रहा होगा तो मधुशाला पर ही सही.. <BR/><BR/>इस्लाम को मजा़क बना दिया इन मौलानाओ ने..रंजन (Ranjan)https://www.blogger.com/profile/04299961494103397424noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-58862065729398914712008-11-24T16:11:00.000+05:302008-11-24T16:11:00.000+05:30यदि इस पोस्ट का उद्देश्य आनंद और मनोरंजन है तो मैं...यदि इस पोस्ट का उद्देश्य आनंद और मनोरंजन है तो मैं भी आपके साथ हूँ अन्यथा ऐसे दो कौडी के मुल्ला इस योग्य नहीं हैं कि उनपर गंभीरता से कुछ विचार किया जा सके. सम्पूर्ण अरबी, फ़ारसी और उर्दू शायरी शराब की चर्चा से भरी पड़ी है किंतु साधारण मुल्ला इसके खुमार से वंचित हैं.क्योंकि उनका आध्यात्मिक जगत में कभी प्रवेश नहीं हुआ.युग-विमर्शhttps://www.blogger.com/profile/05741869396605006292noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-30113974521094740752008-11-24T15:20:00.000+05:302008-11-24T15:20:00.000+05:30बच् के रहना शिव भैया कही आपके खिलाफ ना फतवा जारी क...बच् के रहना शिव भैया कही आपके खिलाफ ना फतवा जारी कर दे,वैसे सुरेश चिपलूणकर का नँबर पहले लगेगा.Anil Pusadkarhttps://www.blogger.com/profile/02001201296763365195noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-65856593338259700412008-11-24T14:32:00.000+05:302008-11-24T14:32:00.000+05:30बहुत खूब जनाब... फ़तवो के चक्कर में जो कलम थोडी बहु...बहुत खूब जनाब... फ़तवो के चक्कर में जो कलम थोडी बहुत आजाद बची है उस पर भी अंकुश लगाने की साजिश रची जा रही है..सागर मंथन...https://www.blogger.com/profile/03923830902797499956noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-42369836620292406922008-11-24T14:05:00.000+05:302008-11-24T14:05:00.000+05:30जो नेता मंत्री रह कर बेटी को ही अगवा करा दें, वो ज...जो नेता मंत्री रह कर बेटी को ही अगवा करा दें, वो जो न करे कम है। अब मुफ्ती साहब ठहरे मुफ्त का मज़ा लेने वाले, गद्दी छिन गई तो फतवा ही सही। किसी तरह न्यूज़ में रहना है ना भाई!!!!!!!!!चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-17091810713033512312008-11-24T13:58:00.000+05:302008-11-24T13:58:00.000+05:30"बच्चन साहब ने दारू का विज्ञापन करने के लिए मधुशाल..."बच्चन साहब ने दारू का विज्ञापन करने के लिए मधुशाला लिखी थी." ये भी कह सकते हैं कि दारू ट्रेडिंग असोसिएशन वालों ने उन्हें पैसा देकर किताब लिखवा लिया. 'Thank you for Smoking' फ़िल्म याद आ गई इन लाइनों से... बाकी तो धांसू है ही !Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-10889728834439258442008-11-24T13:26:00.000+05:302008-11-24T13:26:00.000+05:30हाँ हाँ उतार क्यों नहीं लेंगे नाम गाम, ऐसी ही दोस्...हाँ हाँ उतार क्यों नहीं लेंगे नाम गाम, ऐसी ही दोस्ती है कलयुग की . जब इनाम मिलता है तो आधा चाहिए . जब पोस्ट लिखनी हो तो "तू लिख दे." :):)विवेक सिंहhttps://www.blogger.com/profile/06891135463037587961noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-41880682545372961692008-11-24T13:21:00.000+05:302008-11-24T13:21:00.000+05:30agla fatwa aapke khilaf.agla fatwa aapke khilaf.भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-75228628733166106752008-11-24T13:02:00.000+05:302008-11-24T13:02:00.000+05:30इस ब्लॉग पर फतवा जारी हो उससे पहले मुझे अपना नाम-ग...इस ब्लॉग पर फतवा जारी हो उससे पहले मुझे अपना नाम-गांव इस पर से उतार लेना चाहिये?! :-)Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-83506482950078572172008-11-24T12:55:00.000+05:302008-11-24T12:55:00.000+05:30कहीं फतवा देने के पहले दारू तो नहीं पी ली थीकहीं फतवा देने के पहले दारू तो नहीं पी ली थीएस. बी. सिंहhttps://www.blogger.com/profile/09126898288010277632noreply@blogger.com