tag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post2378313128591966170..comments2024-03-05T08:08:12.202+05:30Comments on शिवकुमार मिश्र और ज्ञानदत्त पाण्डेय का ब्लॉग: अब तो चंद्रयान का सहारा है............Gyan Dutt Pandeyhttp://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comBlogger16125tag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-474703095417351152008-10-24T15:28:00.000+05:302008-10-24T15:28:00.000+05:30इन राजनितीक कबाडो को भी चंद्रयान मे भेज देना था !!...इन राजनितीक कबाडो को भी चंद्रयान मे भेज देना था !!चांद तो पहले से दागदार है थोडा दाग और सही ,कमसे कम अपनी धरती फ़िर से हरीया जाती !!दीपकhttps://www.blogger.com/profile/08603794903246258197noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-64275319895093637322008-10-24T13:11:00.000+05:302008-10-24T13:11:00.000+05:30सटीक कटाक्ष ..सुंदर लिखा आपने शिव भइया.सटीक कटाक्ष ..सुंदर लिखा आपने शिव भइया.L.Goswamihttps://www.blogger.com/profile/03365783238832526912noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-52973075220892183552008-10-23T11:45:00.000+05:302008-10-23T11:45:00.000+05:30बेहतरीन तरह से पिरो कर लिखा गया है, यह आलेख ।अनुकर...<I>बेहतरीन तरह से पिरो कर लिखा गया है, यह आलेख ।<BR/>अनुकरणीय शैली, मथले विचार !</I>डा. अमर कुमारhttps://www.blogger.com/profile/12658655094359638147noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-48757514341842093642008-10-23T08:45:00.000+05:302008-10-23T08:45:00.000+05:30अरे अच्छी बात हुई है तो खुशियाँ मना लेते है ।रोना ...अरे अच्छी बात हुई है तो खुशियाँ मना लेते है ।रोना तो हमेशा का ही है ।<BR/>वैसे लेख और कविता सुंदर है ।<BR/>मुझको तो भेज दिया सपनों की दुनिया में<BR/>जाने कब निकल गयी चोरी-चोरी चांदनी<BR/>कहीं ये खुशी की चाँदनी निकल न जाये ।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-12381111120862974892008-10-23T00:54:00.000+05:302008-10-23T00:54:00.000+05:30सुख में तो सभी संग रहते किंतु दुःख में भी ...........सुख में तो सभी संग रहते किंतु दुःख में भी <BR/>.................................मेरे साथ-साथ गीत गाती रही चांदनी औ;<BR/>जाने किस बात पर मैं चांदनी को भाता रहा<BR/>.................................और बिना बात मुझे भाती रही चांदनी <BR/>.....क्या बात है.....!!! इसी बात पर ही तो हमारा चंद्र-अभियान चलता रहा और आज सफल विक्षेप भी हो गया.<BR/><BR/>राज जैसे लोगों को लोकतंत्र को भीड़तंत्र में बदलने की छूट हम लोगो ने ही दी है...वह तो दो उँगलियों से 'चाँद' और 'चंद्र यान' दोनों को ठेंगा दिखा रहा है. और रही बात अन्य समुदाय के लोगों की, तो भला है कोई विध्नसंतोषी उस निम्न स्तर पर आकर नहीं उकसा रहा है कि मराठी मानुसों को राज की करनी भुगतनी पड़े.समीर यादवhttps://www.blogger.com/profile/07228489907932952843noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-79291162474946872772008-10-23T00:06:00.000+05:302008-10-23T00:06:00.000+05:30बहुत ही सुंदर लिखा है आप ने, अब लगता है जब चंद्रया...बहुत ही सुंदर लिखा है आप ने, अब लगता है जब चंद्रयान वापस आ जायेगा तो भारत से गरीबी भी हट जायेगी... धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-27769756471059862042008-10-22T19:31:00.000+05:302008-10-22T19:31:00.000+05:30अभी टीवी पर बिहार में ट्रेनों की होती तोड़ फोड़ देख ...अभी टीवी पर बिहार में ट्रेनों की होती तोड़ फोड़ देख रहा हूँ..ये भी एक नई उँचाई ही नाप रहे हैं बेवकूफ लोग.<BR/><BR/>बाकी तो चाँद पर इन्सपेक्ट मतादीन गये थे शायद इसी जहाज में बैठकर लौट आयें..कुछ हला भला यहाँ का भी करें.<BR/><BR/>बहुत बेहतरीन लिखा है.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-82582648324408820262008-10-22T17:57:00.000+05:302008-10-22T17:57:00.000+05:30जो भी हो बाकियों की तुलना में बड़े सस्ते में चाँद ...जो भी हो बाकियों की तुलना में बड़े सस्ते में चाँद पर भेजा है... अब कुछ और हो न हो... माल ढुलाई का काम तो करेंगे ही.Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-27726188172404807072008-10-22T16:25:00.000+05:302008-10-22T16:25:00.000+05:30यह बड़ा रोचक रहेगा जानना कि अमेरिकी चन्द्र अभियान क...यह बड़ा रोचक रहेगा जानना कि अमेरिकी चन्द्र अभियान के बाद वहां के कवियों ने चांद पर कविता लिखनेमें कितने प्रतिशत कमी की थी। भारत में चांद पर तो बहुत कविता आदिकाल से ठेली जाती रही है। इस चंद्रयान अभियान के बाद अनेक कवि मन लोग बेरोजगार न हो जायें (नो ऑफेन्स टू पोयट्स इण्टेण्डेड)। यथार्थ के धरातल पर कविता कठिन होता है।<BR/>मन्दी और बेकारी के माहौल में चन्द्रयान बड़े सहारे की चीज है। इसके बल पर अनेक प्रकार के यान ठेले जायेंगे। चांद का भूगोल-इतिहास खूब सामने आयेगा। <BR/>आपने भी पोस्ट के माध्यम से एक यान - एक सफल यान चला ही दिया है! :)Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-54776639410322973282008-10-22T15:59:00.000+05:302008-10-22T15:59:00.000+05:30"चंद्रयान वापस लौट कर आएगा तो देश में मंहगाई की सम..."चंद्रयान वापस लौट कर आएगा तो देश में मंहगाई की समस्या से लेकर तमाम और समस्याओं के समाधान के लिए कुछ उपाय सुझायेगा"..<BR/><BR/>क्या पता वो सभी समस्या साथ लेकर गया हो.. और अब पूरी दुनीयां में शांती... आमिन.. :)रंजन (Ranjan)https://www.blogger.com/profile/04299961494103397424noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-60212895051527906752008-10-22T15:43:00.000+05:302008-10-22T15:43:00.000+05:30अरे तो बढियां न है,भगवान् करें कि चाँद की जमीन घर ...अरे तो बढियां न है,भगवान् करें कि चाँद की जमीन घर बनाकर रहने लायक हो जावे.तो ये जो नेता लोगन मोटा मोटा पैसा जोड़ के रखे हैं उसके सहारे मंहगा भाडा किराया चुका वहां जाकर बस लें ,हम तो फ्री हो जायेंगे न.यहाँ जितना गन्दा करना था कर लिया अब वहां बसकर सारे धनी मानी,करें गन्दा जितना करना है वहीँ की जमीन को,पर हमारी जान छोडें.<BR/>बाकी रही चाँद की बात तो वो तो हमारे मन में बसती है.कोमल कल्पना का हिस्सा है.कवि उसी कल्पना पर कवितायें कर लिया करेंगे और हम खुश होकर पढेंगे.<BR/><BR/>उदय प्रताप जी कि कविता के लिए बहुत बहुत आभार.रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-28798934822633274132008-10-22T15:08:00.000+05:302008-10-22T15:08:00.000+05:30बहुत बढिया मिश्राजी ! अपने को तो आपके लिखे में आनं...बहुत बढिया मिश्राजी ! अपने को तो आपके लिखे में आनंद आ जाता है ! बाक़ी ये जीत हार तो लगी ही रहेगी ! एक एक वाक्य आप जमा जमा कर लिखते हैं ! बहुत बधाई !ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-34023458801723529242008-10-22T14:15:00.000+05:302008-10-22T14:15:00.000+05:30शायद शाम तक या फ़िर कुछ दिनों बाद राज ठाकरे अंगुली ...शायद शाम तक या फ़िर कुछ दिनों बाद राज ठाकरे अंगुली दिखाते फ़िर बाहर आ जायेगे .....नैनो उम्र भर ममता के सीने पर सौंप बनकर दौडेगी...जिस मोदी को साम्यवादी गाली देते रहे उनके झगडे में वो आगे निकल गये ....कविताये उसी तरह चांदनी बिखेरती रहेगी.....पर खबरदार जो आपने इंडियन टीम को कुछ कहा तो....झकास जीते है.......झकास .डॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-5334738718906192042008-10-22T13:06:00.000+05:302008-10-22T13:06:00.000+05:30फिलहाल तो भारत चाँद की ओर जा रहा है....बधाई स्वीका...फिलहाल तो भारत चाँद की ओर जा रहा है....बधाई स्वीकारें, दुनियादारी में हायतौबा तो चलती रहेगी....सबके अपने अपने रोजगार है जी :)संजय बेंगाणीhttps://www.blogger.com/profile/07302297507492945366noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-20605090366263483392008-10-22T12:56:00.000+05:302008-10-22T12:56:00.000+05:30बंधूएक बार चाँद पर यान उतरने दो फ़िर देखो क्या हंगा...बंधू<BR/>एक बार चाँद पर यान उतरने दो फ़िर देखो क्या हंगामा होता है...राज ठाकरे कहेंगे की वहां जाने वाले सिर्फ़ मराठी होंगे...लालू बिहारियों से वहां गाड़ी चलवाएंगे...ममता घास ढ़ूढ़ने चली जाएँगी...क्यूँ की तृण ही नहीं होगा तो मूल कहाँ से आएगा?, बंगाली लाल झंडा लिए आ जायेंगे...वहां की राजनीती धरती पर चलेगी और हंगामा होता रहेगा...इसीलिए कहा है:<BR/>हर हँसी मंजर से यारों फासले कायम रखो<BR/>चाँद गर धरती पे उतरा देख कर डर जाओगे <BR/>आप के पोस्ट की सबसे अच्छी बात उसपर उदय जी की कालजयी रचना है जिसे जितना पढो उतना ही रस देती है...वाह वा..<BR/>नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-37233677786172708062008-10-22T12:54:00.000+05:302008-10-22T12:54:00.000+05:30एक आर्य समाज के प्रचारक को रास्ते में एक गँवार भैं...एक आर्य समाज के प्रचारक को रास्ते में एक गँवार भैंस चराता हुआ मिल गया . उसने कहा बाबा राम राम ! तो आर्य समाजी ने नमस्ते से अभिवादन स्वीकार किया . गँवार बोला बाबा एक बीडी होगी क्या ? बाबा बोले मैं आर्य समाजी हूँ बीडी नहीं पीता , तुम्हें भी नहीं पीनी चाहिए . गँवार बाबा की बात अनसुनी करके बोला अरे मेरी तो राम राम भी बेकार गयी . वैसे हमें उनसे क्या लेना देना . आपने लिखा अच्छा है . प्रणाम .विवेक सिंहhttps://www.blogger.com/profile/06891135463037587961noreply@blogger.com