tag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post2989493609399137351..comments2024-03-05T08:08:12.202+05:30Comments on शिवकुमार मिश्र और ज्ञानदत्त पाण्डेय का ब्लॉग: सेंट मोला मेमोरियल स्कूल - भाग २Gyan Dutt Pandeyhttp://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comBlogger15125tag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-64802836648306466202009-05-09T18:07:00.000+05:302009-05-09T18:07:00.000+05:30मिश्रजी "ताऊ" 'बोलूँ', म्हारा बिजनस की पोल क्युं ख...मिश्रजी "ताऊ" 'बोलूँ', म्हारा बिजनस की पोल क्युं खोलो हो? :)सगली दुनियां ही ईं धंधा म आज्यासी तब के करांगा?<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-28596884974819227242009-05-09T12:13:00.000+05:302009-05-09T12:13:00.000+05:30दिक्कत यही है...जिसके पास होना चाहिए उसके पास नहीं...दिक्कत यही है...जिसके पास होना चाहिए उसके पास नहीं है और जिसके पास नहीं होना चाहिए उसके पास है...<br />आप सर खुजलायेंगे...इस लिए नहीं की हम क्या कह रहे हैं, बल्कि इसलिए की सर में जुएँ हैं...फिर आप पूछेंगे..."क्या भईया क्या नहीं होना चाहिए...?"क्यूँ की एक आध जूं के स्थानातरण से ही आप के दिमाग की बत्ती जलती है. <br />शंका आपकी आदत है और समाधान हमारी.<br />हम कहेंगे "अधिकार"<br />आप कहेंगे "काहे का...??" <br />हम कहेंगे "पुरूस्कार का" <br />आप कहेंगे "कौनसे?"<br />हम कहेंगे "साहित्य में नोबल के"<br />आप कहेंगे "मतलब"<br />हम कहेंगे" मतलब ये की यदि ये अधिकार हमारे पास होता तो आप की इस पोस्ट को हम आधा पढ़ कर ही दे दिए होते..."<br />आप पूछेंगे "क्यूँ?"<br />हम कहेंगे "क्यूँ की ये डिजर्व करता है..."<br />अब आप कुछ नहीं कहेंगे....क्यूँ की आपको हमारी बात जँच गयी है.<br /><br />नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-90374166107821776872009-05-09T01:52:00.000+05:302009-05-09T01:52:00.000+05:30हम तो अपना स्कूल खोलने के लिए नोट करे जा रहे हैं।
...हम तो अपना स्कूल खोलने के लिए नोट करे जा रहे हैं।<br />घुघूती बासूतीghughutibasutihttps://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-74433909749629395142009-05-08T21:29:00.000+05:302009-05-08T21:29:00.000+05:30बहुत अच्छा जा रहा है शिवजी....अगले अंक के इंतज़ार ...बहुत अच्छा जा रहा है शिवजी....अगले अंक के इंतज़ार मेंNeeraj Badhwarhttps://www.blogger.com/profile/15197054505521601188noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-56069101703528630102009-05-08T16:09:00.000+05:302009-05-08T16:09:00.000+05:30पीली सरसों के तेल से विद्या का वासन्ती पुष्प खिलेग...पीली सरसों के तेल से विद्या का वासन्ती पुष्प खिलेगा। मन थोड़ी धीर धरो!Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-40238825526324743922009-05-08T15:39:00.000+05:302009-05-08T15:39:00.000+05:30चोखानी जी राम अवतार मोहन लाल फर्म के ऑडिटर हैं.
ज...चोखानी जी राम अवतार मोहन लाल फर्म के ऑडिटर हैं.<br /><br />जे मैं सोच्यो के होये हो ये. ऐं. अप्ने ही किसी ग्राहक तें भान्डो फोड़ रह्यो यो मिसर जी . एं. ऐसो कह्यों क्यो जात है व्वैं? ऐं?इष्ट देव सांकृत्यायनhttps://www.blogger.com/profile/06412773574863134437noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-91543914928031570772009-05-08T14:36:00.000+05:302009-05-08T14:36:00.000+05:30अच्छी जा रही है कथा!अच्छी जा रही है कथा!दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-73230860766296743662009-05-08T14:03:00.000+05:302009-05-08T14:03:00.000+05:30बहुत दिनो बाद आना हुआ, पढ़ कर रोम रोम तरोताजा हो ग...बहुत दिनो बाद आना हुआ, पढ़ कर रोम रोम तरोताजा हो गया। वैसे आपको पढ़ने का आनंद ही कुछ और होता है। <br /><br />अगले की भी प्रतीक्षा करूँगाPramendra Pratap Singhhttps://www.blogger.com/profile/17276636873316507159noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-88443195313027450362009-05-08T13:36:00.000+05:302009-05-08T13:36:00.000+05:30लगता है आगे चलकर स्कूल ही खोलना पड़ेगा।फ़ेल को पास क...लगता है आगे चलकर स्कूल ही खोलना पड़ेगा।फ़ेल को पास करने का गोरखधंदा भी होता है इसमे।Anil Pusadkarhttps://www.blogger.com/profile/02001201296763365195noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-63791639884197766722009-05-08T13:14:00.000+05:302009-05-08T13:14:00.000+05:30चोखानीजी तो रामावतार से भी ज्यादा चालु-पुर्जा इंसा...चोखानीजी तो रामावतार से भी ज्यादा चालु-पुर्जा इंसान हैं. अब बात हो चोखे धंधे की तो याद तो चोखानीजी ही आयंगे न :-)Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-48653901343609499062009-05-08T13:00:00.000+05:302009-05-08T13:00:00.000+05:30हमारे एक रिश्तेदार है .दस सालो से वे हर धंधे में म...हमारे एक रिश्तेदार है .दस सालो से वे हर धंधे में मुनाफा माप रहे है......घर पे खाली बैठे है जी...डॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-42790389508987972232009-05-08T12:22:00.000+05:302009-05-08T12:22:00.000+05:30बहुत अच्छा लिख रहे हो. ब्यापारी मन और उसके समझ को ...बहुत अच्छा लिख रहे हो. ब्यापारी मन और उसके समझ को बहुते अध्यन किये हो. <br />कहीं ब्यापार और ब्यापार सबंधी बरिकिओं को सर्ब्जनिक करने से ब्यापारी बर्ग नाराज नहीं हो जाएँ- ध्यान रखें . भाई चार्टर्ड एकाउंटेंट इन बरिक्यों को बताने का फीस लेते हैं, और आप मुफ्त में हीं बताएं जा रहें हैं.संजय सिंहhttps://www.blogger.com/profile/02047632624034296801noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-7128191932800910462009-05-08T12:19:00.000+05:302009-05-08T12:19:00.000+05:30ये अन्दर की बाते बहार लाने की आदत गयी नहीं आपकी.. ...ये अन्दर की बाते बहार लाने की आदत गयी नहीं आपकी.. दुर्योधन चुनाव में बीजी का हुआ आप तो बिजनेस के अन्दर की बाते बाहर लाने लगे.. पर सानु की? बोलो खाटू वाले श्याम बाबा की जयकुशhttps://www.blogger.com/profile/04654390193678034280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-7894705419429491692009-05-08T11:10:00.000+05:302009-05-08T11:10:00.000+05:30सही जा रहा है.. पूरा ज्ञान मिले तो एक आध स्कूल मैं...सही जा रहा है.. पूरा ज्ञान मिले तो एक आध स्कूल मैं ही लगा डालूं..:)रंजन (Ranjan)https://www.blogger.com/profile/04299961494103397424noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-27765645460649906842009-05-08T11:09:00.000+05:302009-05-08T11:09:00.000+05:30अच्छा जा रहा है. लघु व्यंग्य उपन्यास पर विचार कर स...अच्छा जा रहा है. लघु व्यंग्य उपन्यास पर विचार कर सकते है. <br /><br />साथ ही आप तो व्यापार की गुप्त बातें भी सार्वजनिक कर रहे है, यह हमारी अपनी बिरादरी के साथ विश्वासघात है... :)संजय बेंगाणीhttps://www.blogger.com/profile/07302297507492945366noreply@blogger.com