tag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post7056725286838523609..comments2024-03-05T08:08:12.202+05:30Comments on शिवकुमार मिश्र और ज्ञानदत्त पाण्डेय का ब्लॉग: एक डॉक्टर का प्रेमपत्रGyan Dutt Pandeyhttp://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comBlogger16125tag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-57623533768126357262015-07-02T11:44:24.255+05:302015-07-02T11:44:24.255+05:30अब समय आ चुका है कि पप्पू सेल्समेन को डोक्टोरो की ...अब समय आ चुका है कि पप्पू सेल्समेन को डोक्टोरो की लिखावट पढ़ने के लिए भारत रत्न दे देना चाहिए कमलhttps://www.blogger.com/profile/03191683692596888259noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-32293174289659331502014-01-07T19:52:44.198+05:302014-01-07T19:52:44.198+05:30कमाल का हास्य-व्यंग्य । पढते-पढते हँसी फूटती रही ।...कमाल का हास्य-व्यंग्य । पढते-पढते हँसी फूटती रही ।गिरिजा कुलश्रेष्ठhttps://www.blogger.com/profile/07420982390025037638noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-5481644442958988152011-05-09T19:39:33.822+05:302011-05-09T19:39:33.822+05:30आदरणीय नमस्कार,
इश्क और मुश्क छुपाए नही छुपते, विच...आदरणीय नमस्कार,<br />इश्क और मुश्क छुपाए नही छुपते, विचारों के बांध रोके नही रुकते,<br />प्रेम पत्र तो इक बहाना है, मुझे लगता ये आपका ही फ़साना है,<br />शब्दों की निर्मल गंगा आप बहाते हो,रचना की रसधार से नहलाते हो,<br /><br />बहुत बढ़िया (अलौकिक प्रेम पत्र) मजा आ गया.....राजेंद्र अवस्थी.https://www.blogger.com/profile/07787603885536719123noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-67590664358639311902011-05-07T17:05:31.693+05:302011-05-07T17:05:31.693+05:30डॉक्टर सोमेश ने सचमुच खूब तरक्की की होगी।
ऐसे डॉक्...डॉक्टर सोमेश ने सचमुच खूब तरक्की की होगी।<br />ऐसे डॉक्टर ही तो मामूली सर्दी-जुकाम को खतरनाक वायरल बता कर मरीज को पटाये रखते हैं :)<br /><br />पत्र पढने में मजा खूब आया, धन्यवाद<br />प्रणामअन्तर सोहिलhttps://www.blogger.com/profile/06744973625395179353noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-73054304591603432962011-05-06T17:50:08.756+05:302011-05-06T17:50:08.756+05:30आपने तो प्रेम पत्र का ऑडिट ही कर दिया.आपने तो प्रेम पत्र का ऑडिट ही कर दिया.इष्ट देव सांकृत्यायनhttps://www.blogger.com/profile/06412773574863134437noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-78576012589970827412011-05-06T12:46:20.060+05:302011-05-06T12:46:20.060+05:30आपकी पोस्ट से पता चलता है की दुनिया के सारे प्रेम ...आपकी पोस्ट से पता चलता है की दुनिया के सारे प्रेम करने वाले गैरजिम्मेदार नहीं होते! ऐसे भी प्रेमी होते हैं जो दूर तक की सोचते हैं | ऐसे निष्टुर समय में जब की प्रेमी को सिर्फ बेवकूफ समझा जाता है यह प्रेम पत्र उनके लिए आशा का संचार करता है जो अपने को अहमक नहीं मानते और प्रेम भी करना चाहते हैं! अद्भुत!अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-81198596394557543632011-05-06T11:07:07.936+05:302011-05-06T11:07:07.936+05:30एक प्रेम पत्र वो था जो बेला ने अपने प्रेमी याने कथ...एक प्रेम पत्र वो था जो बेला ने अपने प्रेमी याने कथा के नायक को "राग दरबारी" उपन्यास में लिखा था उसके बाद इस प्रेम पत्र का नंबर है जो एक डाक्टर सोमेश ने अपनी प्रेमिका को लिखा. दोनों ही पत्र अपने आपमें अनूठे और विलक्षण हैं. एक को प्रेमिका ने लिखा और दूसरे को प्रेमी ने. इस से ये भी सिद्ध हुआ के आपका लेखन श्री लाल शुक्ल जैसा ही है ,न भी हो तो भी उनसे कम नहीं है. ये दोनों पत्र साहित्य में सदा अपना स्थाई स्थान बनाये रखेंगे, ऐसा मेरा विश्वास है . <br />मेरा दूसरा विश्वास है के डाक्टर सोमेश "दिल एक मंदिर" के डाक्टर की तरह अपनी जान नहीं देगा बल्कि मौका पड़ने पर हेरोइन की जान लेने में नहीं सकुचायेगा. डाक्टर सोमेश आज के युग का डाक्टर लगता है जो प्रेक्टिकल और समझदार है. हिरोइन सदा की तरह मूर्ख मंद बुद्धि लगती है जैसा की अक्सर हिरोइन हुआ करती हैं.<br />कुल मिला कर कहा जा सकता है, कहा क्या जा सकता है बल्कि मेरा पूर्ण विश्वास है के आप में उच्च श्रेणी के व्यंग लेखन बनने के सभी गुण विद्यमान हैं. <br />भविष्य में आपके द्वारा लिखे डाक्टरी के अलावा दूसरे प्रोफेशन में लगे लोगों के प्रेम पत्र पढने की आशा में <br />नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-74704489041145745742011-05-06T10:35:59.631+05:302011-05-06T10:35:59.631+05:30ाजित गुपता जी की पहली पँक्ति से सहमत हूँ । शुभकाम...ाजित गुपता जी की पहली पँक्ति से सहमत हूँ । शुभकामनायें। व्यंग तो इसी तरह लिखा जाता है जो न हो उसे इतने विस्तार से लिखो कि सुनने वाला सच माने।निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-66718954507324704022011-05-06T00:30:48.887+05:302011-05-06T00:30:48.887+05:30पहले मुझे लगा कि किसी भूगोल के डाक्टर का पत्र तो न...पहले मुझे लगा कि किसी भूगोल के डाक्टर का पत्र तो नहीं है. पर ये तो असली वाला डाक्टर निकला. "वैसे मुझे मालूम है कि ऐसा ही होगा. आख़िर तुमने मेरे साथ बगीचे में घूमने और आईसक्रीम खाने के सिवा किया ही क्या है? " एक बात है डाक्टर बहुत दिलेर निकला :)Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-19848698710269184052011-05-05T19:21:36.659+05:302011-05-05T19:21:36.659+05:30बताईये, यदि इतनी आशायें आपसे आपका देश और समाज करने...बताईये, यदि इतनी आशायें आपसे आपका देश और समाज करने लगे तो समझ में आ जायेगा प्रेम का अर्थ। सन्नाट पत्र, कब लीक हुआ?प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-55318188060940866592011-05-05T18:59:08.119+05:302011-05-05T18:59:08.119+05:30आजकल ट्रांस्क्रिप्शन का धंधा जोरों से चल रहा है। ...आजकल ट्रांस्क्रिप्शन का धंधा जोरों से चल रहा है। कोई फ़र्क नहीं है पत्र चाहे प्रिस्क्रिप्शन है या प्रेमपत्र:)चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-18410940829964972152011-05-05T18:54:50.068+05:302011-05-05T18:54:50.068+05:30बदनाम होने से बचने का आपका प्रयास सराहनीय है। डाक...बदनाम होने से बचने का आपका प्रयास सराहनीय है। डाक्टर साहब की हिदायत के चलते पप्पू पास नहीं होगा।<br />मजा आ गया भाई जी।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-36954450719924889822011-05-05T18:52:23.396+05:302011-05-05T18:52:23.396+05:30डाक्टर इतना लम्बा प्रेम पत्र लिख ही नहीं सकते। य...डाक्टर इतना लम्बा प्रेम पत्र लिख ही नहीं सकते। ये सारे ही अजीब से जीव होते हैं, कुछ को छोड़कर। आपने राइटिंग के बारे में लिखा तो एक किस्सा अपने ही घर का बताती हूँ। हमारे ससुरजी का पत्र आया गाँव से, पत्र के अन्त में हाशिए पर भी कुछ लिखा था जो हमारे डाक्टर पतिदेव को समझ नहीं आ रहा था। उन्होंने मुझे पत्र दिया और कहा कि देखो क्या लिखा है? मैंने उसे पढ़ा और जो लिखा था वो यह था - तुम बड़ा गन्दा लिखते हो, साफ लिखा करो, कुछ समझ नहीं आता है।अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-23960645264022370212011-05-05T17:25:18.445+05:302011-05-05T17:25:18.445+05:30यह पोस्ट हमारी अधिकतर मित्र मंडली पे एकदम फिट बैठत...यह पोस्ट हमारी अधिकतर मित्र मंडली पे एकदम फिट बैठता है.<br />कुछ-कुछ साथ के दशक की मूवीस की झलक भी दिखी.<br />आजकल डाक्टर विद्यासागर ऐसी समाज-सेवा करते हैं क्या? उनका पता बतैय्ये काफी जिज्ञासु हैं लाइन में!<br />बढ़िया पोस्ट!<br />धन्यवाद !mepretentioushttps://www.blogger.com/profile/08330058555798814638noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-36274972326194659552011-05-05T14:22:15.186+05:302011-05-05T14:22:15.186+05:30कुछ गाने की पंक्तिया याद आ गयी "ये मेरा प्रे...कुछ गाने की पंक्तिया याद आ गयी "ये मेरा प्रेम पत्र पढ़ के, कि तुम नाराज मत होना ......' :)The Innovatorhttps://www.blogger.com/profile/09616751595799690484noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-20942821889738002602011-05-05T13:06:39.936+05:302011-05-05T13:06:39.936+05:30aap bhi n jaane kis kis ke prem patra chupke se pa...aap bhi n jaane kis kis ke prem patra chupke se padh lete ho... :)भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.com