tag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post878187937947134511..comments2024-03-05T08:08:12.202+05:30Comments on शिवकुमार मिश्र और ज्ञानदत्त पाण्डेय का ब्लॉग: दुर्योधन की डायरी - पेज ३४२१Gyan Dutt Pandeyhttp://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comBlogger21125tag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-49713525777815117162008-11-23T00:58:00.000+05:302008-11-23T00:58:00.000+05:30सरयह तो अच्छा हुआ किसी राजनेता को आपकी यह डायरी और...सर<BR/>यह तो अच्छा हुआ किसी राजनेता को आपकी यह डायरी और इससे मिले हुए ज्ञान का पता नहीं चला है.<BR/>मुझे तो लगता है कि आप को राजनीति में ले लिया जायेगा और ब्लॉग पढने वाले आपका इंतज़ार करते रहेंगे .<BR/>बहुत अच्छा --लिखा- बल्कि पढा गया हैअनुपम अग्रवालhttps://www.blogger.com/profile/14259746714891353242noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-41336040578642765962008-11-21T07:34:00.000+05:302008-11-21T07:34:00.000+05:30सही ताना मारे हो दुर्योधन के वंशज अभी देश चला रहे ...सही ताना मारे हो दुर्योधन के वंशज अभी देश चला रहे हैं, बहुत खूब लिखा है।Tarunhttps://www.blogger.com/profile/00455857004125328718noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-47555700878858830422008-11-20T17:44:00.000+05:302008-11-20T17:44:00.000+05:30दुस्सासन पर जाँच आयोग बैठे या नहीं, पर कांग्रेस की...दुस्सासन पर जाँच आयोग बैठे या नहीं, पर कांग्रेस की साड़ी उतारने के जुर्म में आप को सजा जरुर मिलेगी ..... बच के रहिएगा कांग्रेसी टी.वी. चैनल वालो से......... अगर दुस्सासन यह लेख पड़ ले तो .... साड़ी उतारने में आपका लोहा जरुर मान लेगा ... बहुत अच्छा पुरे महाराष्ट्र से लेकर पंजाब तक उधेड़ दिए....<BR/><BR/>अनिल शावANIL SHAWhttps://www.blogger.com/profile/06877992332390917009noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-10293669385666483852008-11-20T12:56:00.000+05:302008-11-20T12:56:00.000+05:30द्रौपदी भी कहाँ इत्ती सीधी रही होगी इस कलयुग में.....द्रौपदी भी कहाँ इत्ती सीधी रही होगी इस कलयुग में....कहीं दुर्योधन पर ही न कोई केस वेस लगा दे! आजकल महिलाओं की सुनवाई बड़ी जल्दी होती है!pallavi trivedihttps://www.blogger.com/profile/13303235514780334791noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-13289649413157518702008-11-20T11:09:00.000+05:302008-11-20T11:09:00.000+05:30बिलकुल शिव जी, यही भारतीय राजनीती है. जो कि प्राची...बिलकुल शिव जी, यही भारतीय राजनीती है. जो कि प्राचीन काल से चली आ रही है. एक बेहतरीन व्यंग.नीरज मुसाफ़िरhttps://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-6466319067617762652008-11-20T10:21:00.000+05:302008-11-20T10:21:00.000+05:30शिव भैय्या पढ कर ऐसा लगा की मै वाकई किसी नेताजी की...शिव भैय्या पढ कर ऐसा लगा की मै वाकई किसी नेताजी की प्रेस कांफ़्रेंस मे बैठा हूं।एकदम असली सवाल,असली जवाब और दुर्योधन भी असली।कमाल की पोस्ट है ये।द्वापर की प्रेस कांफ़्रेंस को आपने युगो बाद भी लाईव दिखा दिया,मान गये आपको।Anil Pusadkarhttps://www.blogger.com/profile/02001201296763365195noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-85857781472547729632008-11-20T09:33:00.000+05:302008-11-20T09:33:00.000+05:30दुर्योधन को अभी टी वी वालों से पाला नहीं पडा , वर्...दुर्योधन को अभी टी वी वालों से पाला नहीं पडा , वर्ना उसे अभिमन्यू को इस चक्र्व्यूह से निकले के लिए बुलाना पड़ता और वह बेचारा भी कहता- ज़रा रुकिये डैडी से पूछ कर आता हूं।<BR/>अच्छे व्यंग्य के लिए बधाई।चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-70109890378915674972008-11-20T06:35:00.000+05:302008-11-20T06:35:00.000+05:30इसे पढ़कर लगता है कि दुर्योधनजी अपने समय के कित्ते ...इसे पढ़कर लगता है कि दुर्योधनजी अपने समय के कित्ते बड़े राजनेता रहे होंगे।अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-50678519808938199202008-11-20T00:40:00.000+05:302008-11-20T00:40:00.000+05:30तो यह है कल युग की नयी महाभारत, ओर इस के साथ ही आप...तो यह है कल युग की नयी महाभारत, ओर इस के साथ ही आप ने एक नंगा सच भी लिख दिया..मैं तो साबित कर दूँगा कि दुशासन ने द्रौपदी की साड़ी उतारने की कोशिश नहीं की. ख़ुद द्रौपदी ही राज दरबार में आकर अपनी साड़ी उतारने लगी. ताकि वहां हंगामा करके दुशासन को फंसा सके<BR/>ओर हो भी तो यही रहा है आज कल , बहुत ही सटीक ओर सत्य से भरपुर, हंसी के साथ साथ कुछ सोचने पर भी मजबुर करती है आप की आज की पोस्ट.<BR/>धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-33640278855700146412008-11-19T23:02:00.000+05:302008-11-19T23:02:00.000+05:30bahut badhiya sir.. :)bahut badhiya sir.. :)PDhttps://www.blogger.com/profile/17633631138207427889noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-46667735376094493892008-11-19T22:25:00.000+05:302008-11-19T22:25:00.000+05:30हम सोच रहे थे की शायद डायरी के पन्ने समाप्त हो गए ...हम सोच रहे थे की शायद डायरी के पन्ने समाप्त हो गए हैं या आप भूल चुके हैं लेकिन दुर्योधन से पीछा छुड़ाना शायद इतना आसान नहीं है आप के लिए...और ये दुर्योधन...कमबख्त ने कोई भी तो प्रसंग नहीं छोड़ा...सारे ही डायरी में लिख लिए हैं....उसे शायद पता नहीं था की उसकी ये डायरी किसी ब्लोग्गर के हाथ पड़ जायेगी...और सार्वजनिक हो जायेगी... मैंने तो ये देख कर ही डायरी लिखना छोड़ दिया है...<BR/>नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-91891234744260993352008-11-19T22:21:00.000+05:302008-11-19T22:21:00.000+05:30ये कोई व्यंग्य थोडे ही है, बस संदर्भ बदल गए हैं बा...ये कोई व्यंग्य थोडे ही है, बस संदर्भ बदल गए हैं बाकी आज की सच्चाई है :)विवेक सिंहhttps://www.blogger.com/profile/06891135463037587961noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-8916445592257700482008-11-19T17:29:00.000+05:302008-11-19T17:29:00.000+05:30इस दुर्योधन के वंशज अभी देश चला रहे है... कमाल का ...इस दुर्योधन के वंशज अभी देश चला रहे है... कमाल का व्यंग्यकुशhttps://www.blogger.com/profile/04654390193678034280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-12770041655860652342008-11-19T16:47:00.000+05:302008-11-19T16:47:00.000+05:30"मैंने तो सोच लिया है कि अगर जाँच कमीशन बैठाना भी ..."मैंने तो सोच लिया है कि अगर जाँच कमीशन बैठाना भी पड़ा तो क्या फ़िक्र? मैं जो चाहूँगा, वही तो होगा. मैं तो साबित कर दूँगा कि दुशासन ने द्रौपदी की साड़ी उतारने की कोशिश नहीं की. ख़ुद द्रौपदी ही राज दरबार में आकर अपनी साड़ी उतारने लगी. ताकि वहां हंगामा करके दुशासन को फंसा सके."<BR/>वर्तमान परिवेश पर बिलकुल सार्थक व्यग्यंPt. D.K. Sharma "Vatsa"https://www.blogger.com/profile/05459197901771493896noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-47550885953629537702008-11-19T16:36:00.000+05:302008-11-19T16:36:00.000+05:30इस दुर्योधन में आज का सफल नेता बनने के सारे गुण है...इस दुर्योधन में आज का सफल नेता बनने के सारे गुण हैं।adminhttps://www.blogger.com/profile/09054511264112719402noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-42343337958643962102008-11-19T15:47:00.000+05:302008-11-19T15:47:00.000+05:30धारदार. अगली माफी राजकुमार की संतान मांगेगी, जल्दी...धारदार. <BR/>अगली माफी राजकुमार की संतान मांगेगी, जल्दी क्या है. यही रजवंश और यही भारत रहेगा.संजय बेंगाणीhttps://www.blogger.com/profile/07302297507492945366noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-2033365627135787512008-11-19T15:29:00.000+05:302008-11-19T15:29:00.000+05:30-----------------------------पेज ३४२१ (फुटनोट)मुझे...-----------------------------<BR/><B>पेज ३४२१ (फुटनोट)</B><BR/><BR/>मुझे नहीं मालुम था कि द्वारका का वातावरण इतना लल्लू बना देता है लोगों को। अर्जुन पहले से ही वहां था पर उसने केवल केशव की ही डिमाण्ड की। केशव तो और भी घोंघा, बोले तो स्नेल निकले। पूरी की पूरी आर्मी मेरे हवाले कर दी। <BR/>अब तो मैदान फतह! पत्रकारों की बैठक का कोई मलाल नहीं।<BR/>हम जीत गये समझो! <BR/>आज तो मैं बहुत हैप्पी हूं। बहुतई हैप्पी!<BR/>--------------------------------Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-81886468649597325792008-11-19T14:56:00.000+05:302008-11-19T14:56:00.000+05:30अरे, हम माफी क्यों मांगे? किस-किस कुकर्म पर माफी म...अरे, हम माफी क्यों मांगे? किस-किस कुकर्म पर माफी मांगते फिरेंगे? ऐसा शुरू किया तो देखेंगे कि पूरा जीवन ही माफीनामा लिखते बीत गया. फिर हम राजा कब बनेंगे? <BR/><BR/>" wah kya kya prashan dageyn hain yhan to aam aadme to soch bhee nahe skta..."<BR/><BR/>regardsseema guptahttps://www.blogger.com/profile/02590396195009950310noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-26666906869852252852008-11-19T14:49:00.000+05:302008-11-19T14:49:00.000+05:30wah hujoor, bilkul taajmahal chay ke aid sorry ad ...wah hujoor, bilkul taajmahal chay ke aid sorry ad ki tarah.भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-65395410907353202012008-11-19T14:22:00.000+05:302008-11-19T14:22:00.000+05:30शिव भाई, ये कोई बात हुई। ये हुआ धारदार व्यंग्य। इन...शिव भाई, ये कोई बात हुई। ये हुआ धारदार व्यंग्य। इन्हीं की जरूरत है। आप के औजार में बहुत धार है लेकिन कभी कभी उलटा भी चला देते हैं तो मजा किरकिरा हो जाता है।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-9288428601296670782008-11-19T14:17:00.000+05:302008-11-19T14:17:00.000+05:30. मैं तो साबित कर दूँगा कि दुशासन ने द्रौपदी की सा.... मैं तो साबित कर दूँगा कि दुशासन ने द्रौपदी की साड़ी उतारने की कोशिश नहीं की. ख़ुद द्रौपदी ही राज दरबार में आकर अपनी साड़ी उतारने लगी. ताकि वहां हंगामा करके दुशासन को फंसा सके. <BR/><BR/>बहुत शानदार ! लगता है दुर्योधन के शिष्य ही आज की राजनिती में आगये हैं ! :) कितना दूरदर्शी था दुर्योधन ?<BR/>बहुत सही ! शुभकामनाएं !ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.com