tag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post9124708115705087583..comments2024-03-05T08:08:12.202+05:30Comments on शिवकुमार मिश्र और ज्ञानदत्त पाण्डेय का ब्लॉग: The Rozabal Line (द रोज़ाबल लाइन)Gyan Dutt Pandeyhttp://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-78892243973788819442010-08-26T18:43:43.170+05:302010-08-26T18:43:43.170+05:30आपके ब्लॉग की इस पोस्ट का ये निरीह पाठक क्षमा प्रा...आपके ब्लॉग की इस पोस्ट का ये निरीह पाठक क्षमा प्रार्थी है क्यूँ कि उसने इस महान ग्रन्थ को अभी तक नहीं पढ़ा है...ये तुच्छ पाठक अभी भी डा. ज्ञान चतुर्वेदी को पढ़ कर अपना जीवन धन्य समझता है...और ईशा के पूर्व की किसी घटना में कोई दिलचस्पी नहीं लेता अर्थात मूर्ख - अज्ञानी है... अपने आपको श्रेष्ठ साबित करने के लिए एक बार "दा विन्ची कोड" फिल्म समझने की बहुत कोशिश की थी लेकिन नतीजा शून्य निकला अतः थक हार कर शपथ ली के वो ही किताब पढ़ी जाये जो समझ में आ जाये...आप लाख इस पुस्तक की सफाई में पोस्ट लिख लिख कर विद्वान कहलायें लेकिन हमें इसे पढने को नहीं उकसा सकते...हमारे पर आपका ये पासा उल्टा पड़ेगा...<br />इतनी मुश्किल किताब पढने से तो हम मूर्ख ही भले...<br />नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-42519289408220893822010-08-23T20:47:52.323+05:302010-08-23T20:47:52.323+05:30डैन ब्रॉउन की तो सारी किताबें पढ़ डाली। अब यह पढ़न...डैन ब्रॉउन की तो सारी किताबें पढ़ डाली। अब यह पढ़नी पड़ेगी।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-58288841191150425612010-08-23T19:43:19.916+05:302010-08-23T19:43:19.916+05:30पहले ये बताइये कि २ दिन पहले ही कैसे ये पोस्ट रीड...पहले ये बताइये कि २ दिन पहले ही कैसे ये पोस्ट रीडर में आ गयी थी :)<br />झूठ नहीं बोलूँगा की पढने ही जा रहा हूँ... अभी दर्जन भर किताबें पढने को बची हैं तो इसे क्यु में डालता हूँ. बाकियों को निपटाने के बाद इसको पढूंगा. बहुत रोचक लग रही है तो आज ना कल पढ़ ही डालूँगा.Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-72370323697617019732010-08-23T14:41:46.074+05:302010-08-23T14:41:46.074+05:30द रोजबल लाईन के बारे में आपने अच्छी जानकारी दी,
आभ...द रोजबल लाईन के बारे में आपने अच्छी जानकारी दी,<br />आभार....SATYAhttps://www.blogger.com/profile/17480899272176053407noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-23334931023458753932010-08-23T14:08:39.751+05:302010-08-23T14:08:39.751+05:30अतिरोचक परिचर्चा/समीक्षा !!!
अब तो पढ़े बिना न रहा ...अतिरोचक परिचर्चा/समीक्षा !!!<br />अब तो पढ़े बिना न रहा जायेगा...रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-46872734288328047602010-08-23T13:15:07.314+05:302010-08-23T13:15:07.314+05:30कुल जमा यह कि पैसे खर्चने पड़ेंगे अब :)
ईसा के कश...कुल जमा यह कि पैसे खर्चने पड़ेंगे अब :) <br /><br />ईसा के कश्मीर सम्बन्ध के बारे में जानकारी थी. ईसा का बचपन भी भारत में गुजरा था, इसका जिक्र भी बाइबल में नहीं हैं. <br /><br />ईसाई धर्म प्रचारक (धर्मानतरणकर्ता) भारतीयों को मूर्ख बता कर वास्तव में ईशा के गुरूओं को मूर्ख बता रहे हैं.संजय बेंगाणीhttps://www.blogger.com/profile/07302297507492945366noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-2462307636883888362010-08-23T11:05:01.969+05:302010-08-23T11:05:01.969+05:30रहस्य और रोमांच के साथ भूतकाल का शायद चोली-दामन का...रहस्य और रोमांच के साथ भूतकाल का शायद चोली-दामन का साथ है। (तभी हिन्दी में <b>भूत</b> की बात रोंगटे खड़े कर देने वाली है!)<br /><br />इतनी सफल समीक्षा ठेली है कि पुस्तक पढ़े बगैर नहीं रहा जायेगा। <br /><br /><b>शान हैगिंस</b> के नाम से पुस्तक छापना? अश्विन को प्रतिक्रिया का भय था या प्रतिक्रिया न होने का भय?Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-71196755265472037842010-08-23T10:03:49.745+05:302010-08-23T10:03:49.745+05:30इसामशीह के जीवन के बारे मे बहुत सी कहानिया है ! क...इसामशीह के जीवन के बारे मे बहुत सी कहानिया है ! कुछ तो इस हद टक कहते है कि इसा मसीह नामका कोइ व्यक्ति हुहा ही नही था. यहाँ देखे (http://en.wikipedia.org/wiki/Jesus_myth_hypothesis)<br />इस के पिछे कारण यहाँ है कि इसा के बारे जो भी कुछ लिखा गया वहा उनकी मौत के १५० साल से २०० साल बाद लिखा गया. दूसरा कारण यह भी है कि इसा के जन्म के समय और अन्तिम ३ वर्षहो के बारे मे लिखा गया है लेकिन बीच के वर्षो के बारे मे कुछ नही लिखा गया है !<br />इसा की कहानी पूराने पैगन देवता , ग्रीक देवताओ की कहानी से काफी मीलती है <br />http://en.wikipedia.org/wiki/Bible_conspiracy_theoryAshish Shrivastavahttps://www.blogger.com/profile/02400609284791502799noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-727373734789502362010-08-23T08:49:40.589+05:302010-08-23T08:49:40.589+05:30और हाँ एक सिफारिश मेरी भी -जितना जल्दी हो पीपली ला...और हाँ एक सिफारिश मेरी भी -जितना जल्दी हो पीपली लाईव देख आईये ...Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-82142447636553996212010-08-23T08:47:52.804+05:302010-08-23T08:47:52.804+05:30द रोजबल लाईन के बारे में आपने अच्छी जानकारी दी ..क...द रोजबल लाईन के बारे में आपने अच्छी जानकारी दी ..किताब पढने लायक लग रही है ..पहले तो समझा अप इन दिनों चल रहे रोजा के बारे में कुछ बताने वाले हैं :)<br />आपकी पठनीयता अभिरुचि तो बहुत रिफायिंड है ....Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-48726314550598332132010-08-23T08:42:25.848+05:302010-08-23T08:42:25.848+05:30जब तक आपकी आश्विन से बात चल रही थी, अपने को यही लग...जब तक आपकी आश्विन से बात चल रही थी, अपने को यही लगा कि यह भी एक सीरियसली ह्यूमरस पोस्ट है। आगे बढ़े तो वास्तविकता मालूम चली।<br />’द विंची कोड’ पढ़ रखी है और पसंद भी आई थी, लेकिन जिस फ़िक्शन के लिये आपने अपनी परंपरागत शैली छोड़कर एक पूरी पोस्ट लिखी, बिना पढ़े कह सकता हूँ कि एक मास्टरपीस है यह। पढ़े बिना कह तो दिया है लेकिन पढ़े बिना रहा नहीं जायेगा।<br />शिव भैया, आपका बहुत बहुत आभारी हूँ।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.com