tag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post912636796707924958..comments2024-03-05T08:08:12.202+05:30Comments on शिवकुमार मिश्र और ज्ञानदत्त पाण्डेय का ब्लॉग: द ग्रेट बंगाल बेकारीGyan Dutt Pandeyhttp://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-17162823141009834232007-07-02T09:45:00.000+05:302007-07-02T09:45:00.000+05:30लगता है अब कम्यूनिस्टों को अपने किये महापाप का ज्ञ...लगता है अब कम्यूनिस्टों को अपने किये महापाप का ज्ञान हो गया है। आदनी जभी जागे तभी सबेरा..अनुनाद सिंहhttps://www.blogger.com/profile/05634421007709892634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-69781973407576338182007-07-01T09:40:00.000+05:302007-07-01T09:40:00.000+05:30सही है। कोई कारखाना जब बंद होता है तो केवल उसके कर...सही है। कोई कारखाना जब बंद होता है तो केवल उसके कर्मचारी ही बेरोजगार नहीं होते। उससे जुड़े हुये और कई गुना लोग इससे प्रभावित होते हैं।अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-59443753537721732882007-07-01T01:03:00.000+05:302007-07-01T01:03:00.000+05:30काफी हद तक इस तरह के उद्योग को बंद होने में सरकारी...काफी हद तक इस तरह के उद्योग को बंद होने में सरकारी नितियों, इन्सपेक्टर राज, लालफीता शाही का भी हाथ रहा है और फिर मौके की नजाकत का फायदा उठाना तो उद्योगपतियों का धर्म रहा है. समस्या जरुर विकराल है.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-65497784637636096922007-06-30T20:42:00.000+05:302007-06-30T20:42:00.000+05:30क्या भाईसाहब आज सारी पोस्ट पोस्ट कर देगे हम आपकी न...क्या भाईसाहब आज सारी पोस्ट पोस्ट कर देगे हम आपकी नमस्ते को स्माईली लगा कर पढ रहे है.आपकी पोस्ट की स्पीड देख कर लग रहा है ब्लोगिंग से ही नमस्ते करने की फ़िराक मे है कि जितना ड्राफ़ट था सारा छाप दो कल सुबह से नही करना है ब्लोगिंग.अगर आप हमसे या हमारी पोस्ट से नाराज है तो हम वापस लेने को भी तैयार है बस आप बतादे :)<BR/>माफ़ कीजीयेगा मै अब सोने जा रहा हू अब के बाद गई पोस्ट पर सुबह ही टिपिया सकूगा :)<BR/>मुसकुराहट की कोई कीमत नही है आप भी कही भी कभी भी मुस्कुरा सकते है. बस किसी केले के छिलके पर फ़िसलते हुये बंदे को देख कर नही ये खतर्नाक हो सकता है. :)Arun Arorahttps://www.blogger.com/profile/14008981410776905608noreply@blogger.com