tag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post9130222518621683436..comments2024-03-05T08:08:12.202+05:30Comments on शिवकुमार मिश्र और ज्ञानदत्त पाण्डेय का ब्लॉग: भारतीय चुनाव - एक निबंधGyan Dutt Pandeyhttp://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comBlogger17125tag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-47561756167931272062017-12-22T21:42:18.520+05:302017-12-22T21:42:18.520+05:30goodgoodAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/08349116812866321444noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-20292718236299699712014-01-27T03:05:37.124+05:302014-01-27T03:05:37.124+05:30HaHaha..Giri hui sarkaarein, Pagli professional un...HaHaha..Giri hui sarkaarein, Pagli professional university....kamal ki post.. _/\_nidhi0081https://www.blogger.com/profile/01571765967013982913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-27850402212048445352010-11-01T18:33:14.351+05:302010-11-01T18:33:14.351+05:30आपकी परिभाषा:-
"चुनाव की प्रक्रिया के तहत जनत...आपकी परिभाषा:-<br />"चुनाव की प्रक्रिया के तहत जनता एक ऐसे नेता रुपी नाव को चुनती है जो जनता को विकास की वैतरणी पार करा सके."<br />हमारी परिभाषा:-<br />चुनाव प्रक्रिया के तहत जनता एक ऐसे नेता रुपी नाव चुनती है जिसके पैंदे में छेद होता है और जो वैतरणी पार करवाने का झांसा दे कर यात्रियों को बीच भंवर में डुबो देती है...<br />चुलबुल पांडे की परिभाषा:-<br />चुनाव में जीत कर जनता हम तुम्हारी नाव में इतने छेद करेंगे के भूल जाओगे पानी कौनसे छेद से अंदर आएगा और कौनसे छेद से बाहर जायेगा...खी खी खी खी खी खी खी खी....नीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-47056734412817505102010-10-30T16:56:19.207+05:302010-10-30T16:56:19.207+05:30Pugly Professional University - I'm loving it....Pugly Professional University - I'm loving it.Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/03249359415401169139noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-9126545229557289742010-10-29T20:34:15.853+05:302010-10-29T20:34:15.853+05:30आखिर कर दिया ना बालक ने चुनाव का सांस्कृतिक किरिया...आखिर कर दिया ना बालक ने चुनाव का सांस्कृतिक किरियाकरम :)चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-14738528905185932912010-10-29T19:05:57.195+05:302010-10-29T19:05:57.195+05:30@ कुश - सुरेश जी इत्ते सहमत होईच नहीं सकते। उनकी आ...@ कुश - सुरेश जी इत्ते सहमत होईच नहीं सकते। उनकी आई डी किसी ने मार ली है! :)Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-14759746281381473102010-10-29T15:52:26.659+05:302010-10-29T15:52:26.659+05:30न सिर्फ़ केन्द्र में बल्कि प्रदेशों में भी गिरी हु...न सिर्फ़ केन्द्र में बल्कि प्रदेशों में भी गिरी हुई सरकारों के दर्शन हुए.<br /><br />पंच लाईन ..<br /><br />देख रहा हूँ सुरेश जी बहुत लोगो से सहमत हो रहे है.. उधर अभय तिवारी जी के ब्लॉग पर भी हुए थे,, चकक्र क्या है? :)<br /><br />वैसे मेरी इस बात से तो सुरेश जी भी सहमत होंगे.. :)<br /><br />बाकी निबंध फर्स्ट क्लास हैकुशhttps://www.blogger.com/profile/04654390193678034280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-86755515154481454192010-10-29T14:36:49.645+05:302010-10-29T14:36:49.645+05:30रंजना, सिद्धार्थ और संजीत जी से सहमति… :)
अरुंधत...रंजना, सिद्धार्थ और संजीत जी से सहमति… :) <br /><br />अरुंधती, शिवकुमार जी के लेख नहीं पढ़ती हैं… इसीलिये ऐसी हो गई हैं… :)Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/02326531486506632298noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-27451882782535613802010-10-29T13:31:21.761+05:302010-10-29T13:31:21.761+05:30आप जौहरी हैं, सी.ए. डी.ए. तो ऐंवे ही लिख रखा है आप...आप जौहरी हैं, सी.ए. डी.ए. तो ऐंवे ही लिख रखा है आपने। कितने हीरे तराशे और तलाशे हैं आपने, हलकान भाई, वो जर्नलिस्ट कोई रसिया करके हैं(पैनल अंड चैनल स्पेशलिस्ट), अब ये के पी ओ वाले। और तो और आपके पान वाले तक हीरे से कम नहीं।<br />निबंध एकदम झक्कास है, आखिरी दो पैरे तो आंखों में बहुरंगी सपने बिखेर गये।<br />शिव भैया, आप ग्रेट हो।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-72220575819376039992010-10-29T11:29:13.779+05:302010-10-29T11:29:13.779+05:30Maan gaye sir...Fir ek baar fod diya apne...Maza a...Maan gaye sir...Fir ek baar fod diya apne...Maza aa gaya...avihttps://www.blogger.com/profile/06754019694286209625noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-77303846543831049412010-10-29T00:20:23.077+05:302010-10-29T00:20:23.077+05:30pura padhte hue thahake maar kar hasta gaya aur aa...pura padhte hue thahake maar kar hasta gaya aur aakhir me ranjna ji sehmat ho kar jaa raha hu. kya lapet te ho aap vakai.Sanjeet Tripathihttps://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-86414033061402566492010-10-28T22:29:33.392+05:302010-10-28T22:29:33.392+05:30बिहार में हो रहा फिर से चुनाव
शिव जी को आ गया लिखन...बिहार में हो रहा फिर से चुनाव<br />शिव जी को आ गया लिखने का ताव<br />लगे गिराने पटकने बे-भाव<br />शब्द-शब्द चोट करते बिल्कुल सही ठाँव<br />आऊटसोर्स अब कराइए भरी हुई नाव<br /><br />चूना लेकर दौड़ पड़े बोले काँव-काँव<br />जनता बेचारी का नहीं रहा चाव<br /><br />जबरदस्त लिखा है जी...।सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठीhttps://www.blogger.com/profile/04825484506335597800noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-45173010442472445442010-10-28T21:53:06.910+05:302010-10-28T21:53:06.910+05:30आज तो सोच रहा था कि उस दोस्त के बारे में ही बताऊँ ...आज तो सोच रहा था कि उस दोस्त के बारे में ही बताऊँ जिसकी निबंध लिखने वाली कंपनी है. पर पढ़ते-पढ़ते लगा कि इतने धांसू लेख उसकी कंपनी लिखने लगे तो फिर रेवेन्यु का हिसाब रखने की नौकरी कर लूँगा मैं वहीँ. और दो-चार चुरा के मैं भी अपने ब्लॉग पर छाप लिया करूँगा. लेकिन ऐसी कंपनी कहाँ संभव है ! मजा आ गया चुनावी विश्लेषण पढ़ कर. महासंग्राम वाले चुरा न लें कहीं. अखबार वाले तो चुराते ही रहते हैं. एक ठो नीबू मिर्ची की फोटो भी लटका दीजिये ब्लॉग पर :)Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-65915487181949017432010-10-28T21:47:47.770+05:302010-10-28T21:47:47.770+05:30भारत में चूना तो स्थाई है। लगाने वाले लगाते रहते ह...भारत में चूना तो स्थाई है। लगाने वाले लगाते रहते हैं। लगवाने के लिये जनता है न!<br />और नाव? उसका क्या; आती जाती रहती है। मौके पर डूब जाती है। <br />यह जो समझ गया मानो चुनाव का मर्म समझ गया।Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-61651727915230648382010-10-28T21:23:59.786+05:302010-10-28T21:23:59.786+05:30चुनाव का इतना वृहद विश्लेषण देख कौन न दीवाना हो जा...चुनाव का इतना वृहद विश्लेषण देख कौन न दीवाना हो जाये।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-91258778880788478222010-10-28T19:03:19.408+05:302010-10-28T19:03:19.408+05:30मुझे तो लग रहा है कि आप को किसी बच्चे की निबंध की ...मुझे तो लग रहा है कि आप को किसी बच्चे की निबंध की कापी-किताब कुछ मिल गयी है जिसमें एक से बढ़कर एक निबंध लिखे हुये हैं... :)भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-50468043388475755242010-10-28T18:13:20.092+05:302010-10-28T18:13:20.092+05:30बस सोच रही हूँ कि भगवान् जी ने तुम्हारा दिमाग किन ...बस सोच रही हूँ कि भगवान् जी ने तुम्हारा दिमाग किन किन तंतुओं को एसेम्बल कर बनाया है....<br /><br />कहाँ कहाँ तक चली जाती है तुम्हारी नजर और उनकी बयानी...उफ़ !!!<br /><br />क्या प्रतिभा पायी है तुमने....<br /><br /><br /><br />निबंध का लहजा व्यंग्यात्मक है तो क्या....आज का विद्रूप सत्य यही है...रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.com