tag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post4288356494714344982..comments2024-03-05T08:08:12.202+05:30Comments on शिवकुमार मिश्र और ज्ञानदत्त पाण्डेय का ब्लॉग: राजनीति माने - वामपंथ दो काजGyan Dutt Pandeyhttp://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-8068184708235027892007-11-04T09:19:00.000+05:302007-11-04T09:19:00.000+05:30शिव भैया एक दम धांसू लिखे हो..मजा आ गया. रोज लिखिए...शिव भैया एक दम धांसू लिखे हो..मजा आ गया. रोज लिखिएAnita kumarhttps://www.blogger.com/profile/02829772451053595246noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-75006301066539448802007-11-03T12:59:00.000+05:302007-11-03T12:59:00.000+05:30बहुत बढिया। वामपंथियों की अच्छी खबर ली है आपने। द...बहुत बढिया। वामपंथियों की अच्छी खबर ली है आपने। दोमुंहापन ही तो उनकी विचारधारा है।संजीव कुमार सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/11879095124650917997noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-18493250622380131222007-11-03T11:58:00.000+05:302007-11-03T11:58:00.000+05:30वामपंथ, दो काज़!!शानदार!!शिकायत दर्ज की जाए कि आप क...वामपंथ, दो काज़!!<BR/>शानदार!!<BR/>शिकायत दर्ज की जाए कि आप कम लिखते है, लेखन आवृत्ति बढ़ाएं!!Sanjeet Tripathihttps://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-8394622020656470992007-11-03T11:53:00.000+05:302007-11-03T11:53:00.000+05:30भाई साहब छा गए हो. क्या " मारक", "धांसू", "जबरदस्त...भाई साहब छा गए हो. क्या " मारक", "धांसू", "जबरदस्त", "छेदक" व्यंग्य लिखा है. लेफ्ट-राइट तक तो ठीक था लेकिन आपने पत्रकार भाइयों को लपेट कर अच्छा काम नही किया.बालकिशनhttps://www.blogger.com/profile/18245891263227015744noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-81471409474667192682007-11-03T11:37:00.000+05:302007-11-03T11:37:00.000+05:30हम आपकी आज की लेफ़्ट पोस्ट का राईट समर्थन करते है,ल...हम आपकी आज की लेफ़्ट पोस्ट का राईट समर्थन करते है,लेकिन आपके व्यंग लेखन के विरोध मे है.<BR/>अरूणAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-6363912024922625232007-11-03T10:50:00.000+05:302007-11-03T10:50:00.000+05:30कविरा इस संसार में सबको अपनो साजबाम पंथ को राज में...कविरा इस संसार में सबको अपनो साज<BR/>बाम पंथ को राज में बाम पंथ को काज।<BR/>मस्त पोस्ट पढ़ाने के लिए मस्त रहने की दुआ।बोधिसत्वhttps://www.blogger.com/profile/06738378219860270662noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-56662512079703526802007-11-03T10:25:00.000+05:302007-11-03T10:25:00.000+05:30"आप नहीं समझे न.मैंने पहले ही कहा था, आप लोग राजनी..."आप नहीं समझे न.मैंने पहले ही कहा था, आप लोग राजनीति की बातें नहीं समझेंगे. अरे बहुत सीधी सी बात है. केन्द्र सरकार अगर न्यूक्लीयर डील नहीं करती तो हम विरोध नहीं करते. हम विरोध नहीं करते तो हमारे पास समय होता. हमारे पास समय होता तो हमें याद रहता कि इस राज्य में हमारा शासन है और हम यहाँ की समस्याओं को दूर करने की कोशिश करते."<BR/>आप तो व्यंग लेखन के गुरु बनते जा रहे हैं. भाई वाह. राजनीति जिससे हम अब तक कोसों दूर रहे अब आप को और ज्ञान जी को पढ़ कर कुछ कुछ समझ आ रही है. ज्ञान वर्धन के लिए धन्यवाद.<BR/>नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-35574180969096201222007-11-03T09:07:00.000+05:302007-11-03T09:07:00.000+05:30वो प्रोफेशनल काम है जी। वामपंथी नाराज यूं होते हैं...वो प्रोफेशनल काम है जी। वामपंथी नाराज यूं होते हैं,जैसे भरतनाट्यम डांसर भरतनाट्यम करती है। कत्थक वाली कत्थक करती है। नाराजगी अदा है, धंधा है। सबके अपने होते हैं। आप को इस पर नाराज होते हैं।ALOK PURANIKhttps://www.blogger.com/profile/09657629694844170136noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-61211585996251559622007-11-03T07:06:00.000+05:302007-11-03T07:06:00.000+05:30मारक...धांसू..'वामपंथ, दो काज'// आनन्द आ गया. बहुत...मारक...धांसू..'वामपंथ, दो काज'// आनन्द आ गया. बहुत खूब भाई. जारी रहो- बने रहो.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-18773909158651907112007-11-03T06:42:00.000+05:302007-11-03T06:42:00.000+05:30वामपंथ दो काज,शिव-ज्ञान काज ही काज. इतना अच्छा मार...वामपंथ दो काज,शिव-ज्ञान काज ही काज. इतना अच्छा मारक कटाक्ष करेंगे तो हमारा क्या होगा.ऎसे ही दूसरों के उपन्यास छापने पड़ेंगे. जबरदस्त.काकेशhttps://www.blogger.com/profile/12211852020131151179noreply@blogger.com