tag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post6447130098312486801..comments2024-03-05T08:08:12.202+05:30Comments on शिवकुमार मिश्र और ज्ञानदत्त पाण्डेय का ब्लॉग: भाई-गाथाGyan Dutt Pandeyhttp://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comBlogger26125tag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-88589159465653795862014-04-28T18:56:09.060+05:302014-04-28T18:56:09.060+05:30वैसे संजय दत्त जी तो पहले से ही बड़े भाइयों के संप...वैसे संजय दत्त जी तो पहले से ही बड़े भाइयों के संपर्क में हैं और बड़े भाइयों ने ही उन्हें इस गति तक पहुंचाया है कि उन्हें एक और बड़ा भाई बनाना पड़ा. इष्ट देव सांकृत्यायनhttps://www.blogger.com/profile/06412773574863134437noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-29591216068495425342009-01-21T09:44:00.000+05:302009-01-21T09:44:00.000+05:30अरे शिव भैया.. आप तो मेरे लिए बड़े भाई के सामान है...अरे शिव भैया.. आप तो मेरे लिए बड़े भाई के सामान हैं.. :)PDhttps://www.blogger.com/profile/17633631138207427889noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-63582816558303911432009-01-21T06:46:00.000+05:302009-01-21T06:46:00.000+05:30हम सुबह छह बजकर चौवालीस मिनट पर कह रहे हैं अरे बेट...हम सुबह छह बजकर चौवालीस मिनट पर कह रहे हैं अरे बेटा जरा डिक्शनरी तो लाना देखें ई डारमैंट का क्या मतलब होता है। देखके फ़िर टिपियाते हैं।अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-84315148239215918482009-01-20T23:51:00.000+05:302009-01-20T23:51:00.000+05:30सुरुआत तो ठिक्कै रहा..बोलिये तो अच्छा रहा, सब एंगल...<I><BR/>सुरुआत तो ठिक्कै रहा..<BR/>बोलिये तो अच्छा रहा, सब एंगल से..<BR/>मुला, आखिर तक आये तो मूडवै खराब हो गया ।<BR/>ई अमर सिंघवा, अपने साथे साथ हमारा नाम भी बूड़ा रहा है ।<BR/>बाकी, संजयवा तो भाईगिरी का चस्का में हि तो धराय थे !</I>डा. अमर कुमारhttps://www.blogger.com/profile/12658655094359638147noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-85762112732565690792009-01-20T21:58:00.000+05:302009-01-20T21:58:00.000+05:30भाईयोँ मेँ प्रेम बना रहे तब सँसार और जीवन सुखी रहत...भाईयोँ मेँ प्रेम बना रहे तब<BR/> सँसार और जीवन सुखी रहते हैँ <BR/>- लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-22236855839022175322009-01-20T21:45:00.000+05:302009-01-20T21:45:00.000+05:30तीन बजे थे उस वक्त जब आप की ये पोस्ट पढ़ी थी...समझन...तीन बजे थे उस वक्त जब आप की ये पोस्ट पढ़ी थी...समझने में और मनन करने में रात के दस बजने को है और आलम ये है की क्या टिपियाये ये ही सोच सोच के सर के बाल नोच रहे हैं... आप कुछ मदद कीजियेगा न...अमर जी की भी तो मुलायम जी करते हैं...आप क्यूँ सख्त बने हुए हैं...बहुत उधेड़बुन में हैं सोच रहे थे की कमेन्ट ऐसा होगा जो पोस्ट पर भारी पड़ेगा और हकीकत ये है की हम ख़ुद ही पोस्ट के भार से पड़े हुए हैं..चित.. आप भाईयों का खूब जिक्र किए हैं क्यूँ की आप विद्वान हैं...हम तो सिर्फ़ राज कपूर शम्मी कपूर और शःसी कपूर का जिक्र करना चाहेंगे जहाँ डारमेंटी का चक्कर ही नहीं था...हम माइथोलोजी में ना पड़ते...<BR/>क्या कमेन्ट लिखें हैं हमें ख़ुद नहीं मालूम...आप समझ गए हों तो बताने का कष्ट करें...<BR/>नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-31770421723233073602009-01-20T21:33:00.000+05:302009-01-20T21:33:00.000+05:30इस भाई के लिए बहुत से सर्किट आगे आजाएंगे .रही बात ...इस भाई के लिए बहुत से सर्किट आगे आजाएंगे .<BR/><BR/>रही बात आपकी , यहाँ तो डॉरमेण्टता का नामोनिशान दिखाई नहीं देता ! <BR/><BR/>बडे भाई तो बहुत पीछे रह गए इस केस में :)विवेक सिंहhttps://www.blogger.com/profile/06891135463037587961noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-88532057332756592752009-01-20T20:34:00.000+05:302009-01-20T20:34:00.000+05:30भाई साहब, शत्रुघ्न ने अगर डारमेंट गति का वरण नहीं ...भाई साहब, शत्रुघ्न ने अगर डारमेंट गति का वरण नहीं किया होता तो लक्ष्मण को पूरा स्पेस नहीं मिल पाया होता। किसी को बड़ा भाई बनाने के लिए किसी को उससे छोटा बनना ही पड़ता है।<BR/><BR/>वैसे सुना है कि ननिहाल से लौटने पर भरत जी के साथ शत्रुघ्न ने भी मन्थरा के कूबड़ पर पद-प्रहार का पुनीत कर्तव्य बड़े भाई के इशारे पर निभाया था। :)सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठीhttps://www.blogger.com/profile/04825484506335597800noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-44094794272029527232009-01-20T20:11:00.000+05:302009-01-20T20:11:00.000+05:30आप भी तो हमारे बड़े भाई जैसे हैं, जैसे क्या हैं ही...आप भी तो हमारे बड़े भाई जैसे हैं, जैसे क्या हैं ही. अब इसका मतलब निकलते रहिये :-)Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-21339400568965648162009-01-20T19:17:00.000+05:302009-01-20T19:17:00.000+05:30ये हुआ चौचक लेखन वो भी हमसे बिना पूछे. :)बिना पूछे...ये हुआ चौचक लेखन वो भी हमसे बिना पूछे. :)<BR/><BR/>बिना पूछे ही काफी सक्रिय हो लिये हो-जल्दी ही बड़े भाई बनोगे. <BR/><BR/>शुभकामनाऐं.<BR/><BR/>विश्लेषण में तो पूरा मैदान लूट लिया-मान गये भाई.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-70762585843907336542009-01-20T19:00:00.000+05:302009-01-20T19:00:00.000+05:30अमर भाई जी हां भाई ही कहना चाहिये उनको, सिर्फ़ सुव...अमर भाई जी हां भाई ही कहना चाहिये उनको, सिर्फ़ सुविधा से आगे छोटा या बडा ही लगाना है, भाई तो वो हैं ही.<BR/><BR/>उनका विचार अब ब्लागीवुड मे घुसपैठ का है सो यहां भी वो एक भाई ढुंढ रहे हैं. कौन हो सकता है यहां उनका भाई? जरा अन्दाजा लगाईये. :)<BR/><BR/>रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-84673508212373973672009-01-20T18:49:00.000+05:302009-01-20T18:49:00.000+05:30भैया हो तो अमर सिंह जैसा, सबका बड़ा भाई. सत्य वचन ह...भैया हो तो अमर सिंह जैसा, सबका बड़ा भाई. सत्य वचन हैं आपके, कलम पर सरसुती बैठीं हैं, एक दिन जरूर बड़े भाई बनेंगे अपने संजय भाई.भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-2257381249986549242009-01-20T18:34:00.000+05:302009-01-20T18:34:00.000+05:30बड़े भाई के छोटे भाई को राम राम!!बड़े भाई के छोटे भाई को राम राम!!दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-60439298437369613422009-01-20T18:31:00.000+05:302009-01-20T18:31:00.000+05:30नमस्कार जीभाई पुराण ही लिख डाला. जरा अपने पाण्डे भ...नमस्कार जी<BR/>भाई पुराण ही लिख डाला. जरा अपने पाण्डे भाई के प्रश्न का जवाब भी दे दो.नीरज मुसाफ़िरhttps://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-80978744005965806902009-01-20T16:03:00.000+05:302009-01-20T16:03:00.000+05:30भाई अगर डार्मेंट भी हों तो इसका मतलब यह नहीं कि ...भाई अगर डार्मेंट भी हों तो इसका मतलब यह नहीं कि निष्क्रिय हो गए है ,आख़िर संतोष भी कोई चीज भी है भाई !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-9071988008024804602009-01-20T15:30:00.000+05:302009-01-20T15:30:00.000+05:30शानदार....क्या लिखे हो बड़े भाई....वाह!संजूबाबा उर्...शानदार....<BR/><BR/><BR/>क्या लिखे हो बड़े भाई....<BR/>वाह!<BR/><BR/>संजूबाबा उर्फ छोटे भाई सर्वाइव कर जाएंगे. कांग्रेस के स्थान पर सपा और बादमें देखेंगे...कहीं ओर...संजय बेंगाणीhttps://www.blogger.com/profile/07302297507492945366noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-7393285503132471192009-01-20T14:40:00.000+05:302009-01-20T14:40:00.000+05:30भाइयों से संबंधित सब उद्धरण दे दिए....पर एक बात छो...भाइयों से संबंधित सब उद्धरण दे दिए....पर एक बात छोड दी .....चोर चोर मौसेरे भाई भी होते हैं....आजकल यह अधिक चल रहा है।संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-16129009841002526712009-01-20T13:54:00.000+05:302009-01-20T13:54:00.000+05:30बहुत ही आलेख . भाई तो भाई होता है .भाईगिरी के अब म...बहुत ही आलेख . भाई तो भाई होता है .भाईगिरी के अब मायने बदल गए है .महाराज जी इस दुनिया में अब तरह तरह के भाई लोग है कोई भाईगिरी की दम पे वसूली कर रहा है तो मुन्ना भाई अपनी दम पे राजनीति में कूंद पड़ा है . ....समयचक्रhttps://www.blogger.com/profile/05186719974225650425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-9514258838629138302009-01-20T13:14:00.000+05:302009-01-20T13:14:00.000+05:30मजा आ गया पढ़कर. वाह!मजा आ गया पढ़कर. वाह!Himanshu Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/04358550521780797645noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-26170587448774412152009-01-20T12:42:00.000+05:302009-01-20T12:42:00.000+05:30भाई गाथा तो मजेदार रही,मगर कलयुग मे तो भाई भी कई प...भाई गाथा तो मजेदार रही,मगर कलयुग मे तो भाई भी कई प्रकार के होते हैं......जैसे हफ्तावसूली वाले भाई....सुपारी लेने वाले भाई वही जिनके पीछे पुलिस पडी रहती है मगर होता जाता कुछ नही....अब कौन जाने कल को कौन कैसा भाई बनने वाला है "<BR/><BR/>Regardsseema guptahttps://www.blogger.com/profile/02590396195009950310noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-32274533484052635412009-01-20T12:36:00.000+05:302009-01-20T12:36:00.000+05:30वाह वाह पण्डितजी बयाने-डॉरमेण्टता बड़ी ग़ज़ब रही।वाह वाह पण्डितजी बयाने-डॉरमेण्टता बड़ी ग़ज़ब रही।बवालhttps://www.blogger.com/profile/11131413539138594941noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-68848773755966643912009-01-20T12:21:00.000+05:302009-01-20T12:21:00.000+05:30ओर कितने भाई अमर ?ओर कितने ?ओर कितने भाई अमर ?ओर कितने ?डॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-32337356589801774022009-01-20T12:05:00.000+05:302009-01-20T12:05:00.000+05:30मेरा यह भाई तो उत्कृष्ट लेखन के मामले में छद्म डॉर...मेरा यह भाई तो उत्कृष्ट लेखन के मामले में <B>छद्म डॉरमेण्टता</B> भी नहीं दिखाता! बड़ी मुसीबत है।Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-47810469362315632462009-01-20T12:01:00.000+05:302009-01-20T12:01:00.000+05:30आपको ये पोस्ट लिखने के लिए ज्ञान भैया ने कहा है या...आपको ये पोस्ट लिखने के लिए ज्ञान भैया ने कहा है या फिर आप डारमेंटता से बचने के लिए ये सब लिख रहे है.. <BR/><BR/>हमे जवाब चाहिए... जनता जवाब मांगती है..कुशhttps://www.blogger.com/profile/04654390193678034280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-37193759881606581322009-01-20T11:53:00.000+05:302009-01-20T11:53:00.000+05:30सतयुग से कलयुग तक युगों युगों की निचोड़ "भाई गाथा"...सतयुग से कलयुग तक युगों युगों की निचोड़ "भाई गाथा" प्रस्तुत कर दी भाई (वो भाई वाला भाई नही,अनुज वाला भाई)....लाजवाब !<BR/>देखो समय के साथ छोटे भाई समझदार हो गए हैं,राजनीती के मंच पर जबतक चढ़े नही होते पूर्वस्थापित भाई को बड़ा भाई घोषित करते हैं और उनके मार्गदर्शन में चलने की दुहाई देते हैं और जैसे ही हाथ पकड़कर मंच पर चढ़े नही कि फ़िर ख़ुद ही बड़े भाई बन जाते हैं.पिछले उदाहरानो से उन्होंने भी सबक सीख लिया है,सो जागरूक हो गए हैं.रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.com