tag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post6679591936285466466..comments2024-03-05T08:08:12.202+05:30Comments on शिवकुमार मिश्र और ज्ञानदत्त पाण्डेय का ब्लॉग: ब्लागिंग पर धोये...सॉरी दोहेGyan Dutt Pandeyhttp://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comBlogger34125tag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-32733640103266731532008-10-18T07:22:00.000+05:302008-10-18T07:22:00.000+05:30धोये तो कई दिन हो गये। अब तो सूख गया होगा? अब तो न...धोये तो कई दिन हो गये। अब तो सूख गया होगा? अब तो नई पोस्ट आनी चाहिये! :-)<BR/><B>--- रीता पाण्डेय</B>Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-4634429312159375642008-10-17T09:44:00.000+05:302008-10-17T09:44:00.000+05:30अद्भुतम् अद्भुतम् आनंदम् आनंदम्अद्भुतम् अद्भुतम् <BR/>आनंदम् आनंदम्अजित वडनेरकरhttps://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-37151467635484173112008-10-16T23:30:00.000+05:302008-10-16T23:30:00.000+05:30आपके धोये में ही मेरी टिप्पणी छिपी बैठी थी-'अद्...आपके धोये में ही मेरी टिप्पणी छिपी बैठी थी-<BR/>'अद्भुत', 'बढ़िया', 'साधुवाद' और 'बधाई।जितेन्द़ भगतhttps://www.blogger.com/profile/05422231552073966726noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-10692925772615553162008-10-16T17:07:00.000+05:302008-10-16T17:07:00.000+05:30बहुत ही बढ़िया तुकबंदी .बहुत ही बढ़िया तुकबंदी .RADHIKAhttps://www.blogger.com/profile/00417975651003884913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-79246153580560988102008-10-16T12:05:00.000+05:302008-10-16T12:05:00.000+05:30मिश्रा जी समझन लगे ख़ुद को देवानंद धो धो कर दोहे ल...मिश्रा जी समझन लगे ख़ुद को देवानंद <BR/>धो धो कर दोहे लिखें पायें परमानन्द <BR/>पायें परमानन्द, अजब है इनकी माया <BR/>लिख देते जो इनकी खोपडिया में आया <BR/>ब्लॉग जगत के खोलते गहरे गहरे भेद <BR/>जिस थाली में खा रहे उसमें करते छेद<BR/>नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-83695843297830583022008-10-16T11:31:00.000+05:302008-10-16T11:31:00.000+05:30जबरदस्त धोया है.. इन दोहे से. अद््भुत..!!जबरदस्त धोया है.. इन दोहे से. <BR/>अद््भुत..!!रंजन (Ranjan)https://www.blogger.com/profile/04299961494103397424noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-82102660084359829672008-10-16T11:04:00.000+05:302008-10-16T11:04:00.000+05:30भाई साब क्या धोये हैं अर् र र र र मेरा मतलब दोहे ह...भाई साब क्या धोये हैं अर् र र र र मेरा मतलब दोहे है.<BR/>बिल्कुल <BR/>'अद्भुत' और 'बढ़िया' इसके लिए आपको<BR/>'साधुवाद' और 'बधाई' <BR/>एकदम से आनंद, परमानन्द और देवानंद की प्राप्ति हो गई है.बालकिशनhttps://www.blogger.com/profile/18245891263227015744noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-2895096788666722682008-10-16T09:55:00.000+05:302008-10-16T09:55:00.000+05:30डेढ़ सौ ग्राम के दोहे और इतना धोये है । :)डेढ़ सौ ग्राम के दोहे और इतना धोये है । :)mamtahttps://www.blogger.com/profile/05350694731690138562noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-966031462224347932008-10-16T09:40:00.000+05:302008-10-16T09:40:00.000+05:30दोहे चौचक गढ़ दिए, शिवकुमार जी भाय।ब्लॉग मण्डली दौड़...<B>दोहे चौचक गढ़ दिए, शिवकुमार जी भाय।<BR/>ब्लॉग मण्डली दौड़ती,गजब रही टिपिआय॥<BR/><BR/>गजब रही टिपिआय, पढ़ी जो अपनी करनी।<BR/>पीठ रही खुजलाय, रीति विनिमय की भरनी॥<BR/><BR/>चल <A> सत्यार्थमित्र</A> क्यूँ इतना इसपर मोहे।<BR/>शिवकुमार जी पुनः लिखेंगे चौचक दोहे॥ </B>सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठीhttps://www.blogger.com/profile/04825484506335597800noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-36514443929797644182008-10-16T09:18:00.000+05:302008-10-16T09:18:00.000+05:30टिप्पणी में इन्वेस्ट का मिलता अच्छा ब्याज खुजलायें...टिप्पणी में इन्वेस्ट का मिलता अच्छा ब्याज <BR/>खुजलायें गर पीठ तो, मिटती जाय खाज<BR/>bahut badhiya tukabandi .तीसरी आंखhttps://www.blogger.com/profile/17326026042106304025noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-3506931370532476792008-10-16T08:59:00.000+05:302008-10-16T08:59:00.000+05:30चिटठाकारी की सारी रखी खोल कर पोलबलिहारी गुरु आपने ...चिटठाकारी की सारी रखी खोल कर पोल<BR/>बलिहारी गुरु आपने खूब बजाया ढोल<BR/>बढियाAsha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-55794550779900666872008-10-16T05:02:00.000+05:302008-10-16T05:02:00.000+05:30बिना रिन के ही काफी अच्छा चमका दिया है, मजा आ गया...बिना रिन के ही काफी अच्छा चमका दिया है, मजा आ गयाPramendra Pratap Singhhttps://www.blogger.com/profile/17276636873316507159noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-19820633049444599962008-10-16T00:54:00.000+05:302008-10-16T00:54:00.000+05:30बातें कर के धर्म की करते बड़ा अधर्मदें गाली समुदाय ...बातें कर के धर्म की करते बड़ा अधर्म<BR/>दें गाली समुदाय को, कुछ चिट्ठों का कर्म <BR/>आप ने बहुत ही गहरी बाते कह दी है मजाक मजाक मै.<BR/>धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-88016262538342139922008-10-16T00:23:00.000+05:302008-10-16T00:23:00.000+05:30इन धोयों की ऐसी मची है धूम आना ही पड़ा हमें सारी दु...इन धोयों की ऐसी मची है धूम <BR/>आना ही पड़ा हमें सारी दुनिया घूम<BR/><BR/>मजा आ गया, बेहतरीन , एक से बढ़ कर एकAnita kumarhttps://www.blogger.com/profile/02829772451053595246noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-80579201051624344512008-10-15T22:59:00.000+05:302008-10-15T22:59:00.000+05:30धोये वो सही है जी ...रोये वो सही नहीँ :)बहुत अच्छी...धोये वो सही है जी ...<BR/>रोये वो सही नहीँ :)<BR/>बहुत अच्छी रही !!लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-13854588631853306462008-10-15T22:57:00.000+05:302008-10-15T22:57:00.000+05:30त्यागो जो संजीदगी, आए अद्भुत मौजसारा चिट्ठाजगत ही ...त्यागो जो संजीदगी, आए अद्भुत मौज<BR/>सारा चिट्ठाजगत ही लगे भंग का हौज<BR/><BR/><BR/>मजा आ गया अग्रज ..... प्रणाम ।36solutionshttps://www.blogger.com/profile/03839571548915324084noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-78755791960230248352008-10-15T20:12:00.000+05:302008-10-15T20:12:00.000+05:30धुलाई दिवस के दिन अच्छी धुलाई कर दी आपने.....धुलाई दिवस के दिन अच्छी धुलाई कर दी आपने.....pallavi trivedihttps://www.blogger.com/profile/13303235514780334791noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-71476906924863247112008-10-15T19:19:00.000+05:302008-10-15T19:19:00.000+05:30आनंद आगया शिव भाई ! तुक्के में सटीक तीर मारे हैं आ...आनंद आगया शिव भाई ! तुक्के में सटीक तीर मारे हैं आपने !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-52657342579477793782008-10-15T19:01:00.000+05:302008-10-15T19:01:00.000+05:30दोहो ने धो दिया है मिश्रा जी......दोहो ने धो दिया है मिश्रा जी......डॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-54764816856538491092008-10-15T17:12:00.000+05:302008-10-15T17:12:00.000+05:30जो पाश्चात्य सभ्यता के अनुयाई हैंजिनके धर्म मे पुज...जो पाश्चात्य सभ्यता के अनुयाई हैं<BR/>जिनके धर्म मे पुजती हैं " वर्जिन मेरी "<BR/>वो सबसे ज्यादा परेशान नज़र आते हैं <BR/>भारतीय सभ्यता पर पाश्चात्य सभ्यता<BR/>के दुश प्रभाव से<BR/><BR/>हिन्दी हैं भारत माँ के माथे की बिंदी<BR/>हिंदू को वो समझाते हैं<BR/>जिनके याहां बिंदी<BR/>लगाना पाप या कुफ्र हैंRachna Singhhttps://www.blogger.com/profile/15393385409836430390noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-60424074572686797702008-10-15T16:38:00.000+05:302008-10-15T16:38:00.000+05:30Wah saheb, anand aagaya.Wah saheb, anand aagaya.श्रीकांत पाराशरhttps://www.blogger.com/profile/02488429636132949216noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-75229632543573048902008-10-15T16:21:00.000+05:302008-10-15T16:21:00.000+05:30वाह वाह करते लय बध पढ़ा है और मजेदार दोहों पर छटां...वाह वाह करते लय बध पढ़ा है और मजेदार दोहों पर छटांगभर टिप्पणी चढ़ा रहें है. स्वीकारें. बाकी कईयों को लपेटा खूब है :)संजय बेंगाणीhttps://www.blogger.com/profile/07302297507492945366noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-36430585773326191982008-10-15T15:31:00.000+05:302008-10-15T15:31:00.000+05:30बातें कर के धर्म की करते बड़ा अधर्मदें गाली समुदाय ...बातें कर के धर्म की करते बड़ा अधर्म<BR/>दें गाली समुदाय को, कुछ चिट्ठों का कर्म <BR/><BR/>बटला हाउस, जामिया, औ हिंसा का मंत्र <BR/>इतनी बातों से चले कुछ चिट्ठों का तंत्र <BR/>आपके यह दोनों धोये अमर रचना हैं।Sanjeevhttps://www.blogger.com/profile/16613354300792808697noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-17445992577028472692008-10-15T15:01:00.000+05:302008-10-15T15:01:00.000+05:30गाली, फब्ती से सजे टिप्पणियों का बैंक मन में गर दु...गाली, फब्ती से सजे टिप्पणियों का बैंक <BR/>मन में गर दुःख आए तो चढ़ जाओ फिर टैंक <BR/><BR/><BR/>?? :)<BR/><BR/>हा हा!!!!<BR/><BR/>'अद्भुत', 'बढ़िया', 'साधुवाद' और 'बधाई'Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-15152969054807254062008-10-15T14:54:00.000+05:302008-10-15T14:54:00.000+05:30बहुत सुंदर मिश्रा जी दो धोये मेरी तरफ़ से भी टिप्प...बहुत सुंदर मिश्रा जी दो धोये मेरी तरफ़ से भी <BR/>टिप्पणी से करने लगे ,चिठ्ठाकार परहेज |<BR/>अगली रचना पायेगी , अस्पताल की सेज ||<BR/>गुरु महाराज जी आप हैं , सबकी खींचो टांग |<BR/>व्यंगकार से सब डरें, धरें विचित्र वे स्वांग ||<BR/>मेरी नई रचना पढने आपको आमंत्रण हैप्रदीप मानोरियाhttps://www.blogger.com/profile/07696747698463381865noreply@blogger.com