tag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post8913395230007639663..comments2024-03-05T08:08:12.202+05:30Comments on शिवकुमार मिश्र और ज्ञानदत्त पाण्डेय का ब्लॉग: पिटाई की राह ताकता लेखकGyan Dutt Pandeyhttp://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-22059795588737531032012-09-19T07:54:09.924+05:302012-09-19T07:54:09.924+05:30:) ... ये एक दम तरो ताज़ा कर देने वाला है :) :) ... ये एक दम तरो ताज़ा कर देने वाला है :) Shaileshhttps://www.blogger.com/profile/08791115059148086060noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-72209300061533811872007-11-13T19:03:00.000+05:302007-11-13T19:03:00.000+05:30ब्लॉगर अस्सोसिएसन को फ़िर टू एक ओफ्फिसिअल डॉक्टर नि...ब्लॉगर अस्सोसिएसन को फ़िर टू एक ओफ्फिसिअल डॉक्टर नियुक्त करना चाहिए. कभी भी किसी भी ब्लॉगर की पिटाई हो सकती है. अब ये बात अलग है की जैसी आपकी जिजीविषा है वैसी अभी औरों में नहीं है टू शुरुआत आपसे होने की प्रबल संभावना है.पुनीत ओमरhttps://www.blogger.com/profile/09917620686180796252noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-88213522463198584642007-11-13T13:58:00.000+05:302007-11-13T13:58:00.000+05:30बात सही है जी, व्यंग्यकार जब तक ठुके पिटे नहीं, व्...बात सही है जी, व्यंग्यकार जब तक ठुके पिटे नहीं, व्यंग्यकार नहीं माना जाता। परम आदरणीय परसाईजी पर लगातार हमले होते थे। परस्पर हम दोनों यह काम दूसरे के लिए कर सकते हैं। बाडी पर हिट पड़ेंगे,तो ब्लाग के हिट बढ़ेंगे। <BR/>बताइए कब करना है।ALOK PURANIKhttps://www.blogger.com/profile/09657629694844170136noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-44825122349125695352007-11-13T13:08:00.000+05:302007-11-13T13:08:00.000+05:30भाई पिटें आप के दुश्मन.. आप तो बधाई लीजिये..भाई पिटें आप के दुश्मन.. आप तो बधाई लीजिये..अभय तिवारीhttps://www.blogger.com/profile/05954884020242766837noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-42126074797876932012007-11-13T12:47:00.000+05:302007-11-13T12:47:00.000+05:30ये लो कल्लो बात, खुद तो शब्दों से धड़ाधड़ पीटे जा रह...ये लो कल्लो बात, खुद तो शब्दों से धड़ाधड़ पीटे जा रहे हो और खुद ही पिटने की आकांक्षा भी रखे हो!!<BR/>जे तो गलत बात है भाई साहब!!<BR/>आप बस पीटे जाओ पिटने का सोचो भी नई!!<BR/>बिना पिटे ही फ़ेमस होने का है आपको तो!!<BR/><BR/>बधाई व शुभकामनाएं 50 पूरे कर लेने पर, ऐसे ही संख्या बढ़ती रहे!!Sanjeet Tripathihttps://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-28264076594298988982007-11-13T12:29:00.000+05:302007-11-13T12:29:00.000+05:30बंधूग़लत फ़हमी में जी रहे हैं आप. जनाब आप तो कब के...बंधू<BR/>ग़लत फ़हमी में जी रहे हैं आप. जनाब आप तो कब के पिट चुके होते, ये समझिए हम ही बचा रखें हैं आपको. हुआ यूं की जब पिटाई की योजना बनाई जा रही थी तब किसी ने कहा की" गुरु लेखक के साथ साथ टिप्पन्नी करने वालों की भी बखिया उधेड़ी जानी चाहिए क्यूंकि वे लोग भी परोक्ष में लेखक के साथ हैं". तभी उनमें से एक दुर्जन जो हमारी ग़ज़लें पढ़ पढ़ के जीवन सुधारने की कोशिश कर रहा था बोला की भाई टिप्पन्नी करने वाले पूरे हिंदुस्तान मैं फैले हैं किस किस को कहाँ खोजेंगे और उनमें से एक बुढाऊ नीरज भी है जो शिव की चालों में आ कर फंस गया है वो भी लपेटे में आ जाएगा और मारा जाएगा. मेरा नाम आते ही वो लोग पीछे हट गए.अगर मैं आपकी इसतरह की पोस्ट पर जब कभी टिप्पन्नी न करूँ समझ लेना आप के पिटने की शुभ वेला आ गयी.<BR/>आपने ५० पोस्ट लिख डालीं? कमाल है पाठकों में सहने की असीम क्षमता को देखते हुए मुझे अपना भविष्य भी उज्जवल नज़र आ रहा है. <BR/>नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-23956594405208081772007-11-13T12:06:00.000+05:302007-11-13T12:06:00.000+05:30सबसे पहले तो आपको बहुत बहुत बधाई, कि पचास पार कर ल...सबसे पहले तो आपको बहुत बहुत बधाई, कि पचास पार कर लिए, जल्द ही आप सठिआएं।<BR/><BR/>ह्म्म, मुझे आपसे सहानूभूति है, कि आप पिटना चाहते हुए भी पिट नही सके, बहुत नाइन्साफी है ये। थोड़ा पीटने पर इनाम वगैरह रखिए, लोग आएंगे, चिंता मत करिए।<BR/><BR/>टिप्पणी, ब्लॉगर का अधिकार है, मै सरकार से अपील करूंगा कि एक टिप्पणी मंत्रालय बनाएं और अपने सबसे नाकाबिल मंत्री को इसका मंत्री बनाए, ताकि चिट्ठाकारों को ज्यादा से ज्यादा टिप्पणियां मिले। वैसे एक पुराने ब्लॉगर ने कभी कहा है <B>"टिप्पणी ब्लॉग की मांग मे बिन्दी के समान होती है, बिना टिप्पणी मांग सूनी सूनी लगती है, और टिप्पणी के साथ ब्लॉग सुहागिन जैसा लगता है।" </B>, लेकिन एक और पुराने ब्लॉगर ने चोक ली, <B>तो इसका मतलब जित्ती ज्यादा टिप्पणी उसके उतने ज्यादा सुहाग? </B><BR/><BR/>अब जवाब जनता ही दे तो बेहतर, हम तो बस चुप ही रहेंगे।Jitendra Chaudharyhttps://www.blogger.com/profile/09573786385391773022noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-37946031867601385882007-11-13T11:18:00.000+05:302007-11-13T11:18:00.000+05:30भगवान् आ...भगवान् आपकी तमन्ना जल्द ही पूरी करें. और अगर साहब इसी ढंग से चलते रहे तो आपको पेंटर बनने की जरुरत भी नही पड़ेगी. इक्यवान्वी पोस्ट के किए आपको बधाई.बालकिशनhttps://www.blogger.com/profile/18245891263227015744noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-66239930724750244422007-11-13T10:28:00.000+05:302007-11-13T10:28:00.000+05:30आपके अर्धशतक पर आपको बधाई! जल्दी शतक बनायें और बगै...आपके अर्धशतक पर आपको बधाई! जल्दी शतक बनायें और बगैर पिटे ही और चर्चित हो जायें यही कामना.Kirtish Bhatthttps://www.blogger.com/profile/10695042291155160289noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-83039281773584439702007-11-13T10:24:00.000+05:302007-11-13T10:24:00.000+05:30टिप्पणी लेने के लिये चन्द्रमोहन बनने का ब्लैक-मेल ...टिप्पणी लेने के लिये चन्द्रमोहन बनने का ब्लैक-मेल तो मत करो! अगर वही चाहिये तो मैं आज ही 10 फर्जी आईडी क्रियेट कर लेता हूं! :-)<BR/> <BR/>लेकिन जहां तक ब्लॉग लेखन का मामला है - मैं मुक्त कण्ठ से बधाई देना चाहूंगा। भले ही ज्वाइण्ट ब्लॉग पर नब्बे पर सेण्ट इक्विटी आपने झटक ली हो। आपका सटायर वास्तव में सूपर्ब है और दिनो दिन ब्लॉग जगत की आवश्यकताओं के अनुरूप ढ़लता जा रहा है। यह पोस्ट उसी का प्रमाण है।<BR/> <BR/>खैर, इस पोस्ट पर जो भी वाहावाही मिले, 25% मेरी ओर शराफत से सरका देना! :-)Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-90369672321933375052007-11-13T10:08:00.000+05:302007-11-13T10:08:00.000+05:30चलिऐ 50 न सही 51वीं की ही बधाई स्वीकार कीजिए, वैस...चलिऐ 50 न सही 51वीं की ही बधाई स्वीकार कीजिए, वैसे 51 ज्यादा शुभ संख्या है। <BR/><BR/>विचारोत्तेजक लेख निश्चित रूप ये आज के दौर में सार्थक चिन्तन की जरूत है।देवेन्द्र प्रताप सिंहhttps://www.blogger.com/profile/07615748449958212540noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8266441011250183695.post-23398576321318605212007-11-13T10:05:00.000+05:302007-11-13T10:05:00.000+05:30पचासवी पोस्ट की बधाई स्वीकार करें.पचासवी पोस्ट की बधाई स्वीकार करें.mamtahttps://www.blogger.com/profile/05350694731690138562noreply@blogger.com