वे देवनागरी लिपि के पत्रकार हैं। टीवी चैनल पर 'लीपते' रहते हैं। कल मिल गए। चेहरे पर खुशी की कई सारी सामानांतर रेखाओं के साथ। दुआ-सलाम के बाद मैंने पूछा; "क्या बात है, आज बड़े खुश नजर आ रहे हैं|"
बोले; "हाँ भाई, खुशी की बात तो है ही।"
मैंने पूछा; "क्या हुआ, राशन कार्ड बन गया क्या?"
बोले; "छोटा आदमी मुँह खोलेगा तो छोटी बात ही करेगा।"
उनकी बात सुनकर में स्पॉट पर ही दुखी हो लिया। लेकिन मेरी भी गलती नहीं थी। मुझे राशन कार्ड का बन जाना सबसे कठिन और खुशी देने वाला काम लगता है। फिर भी मैंने अनुमान लगाते हुए कहा; "शायद प्रधानमंत्री की इफ्तार पार्टी कवर कर आए हैं|"
बोले; "इफ्तार-उफ्तार तो कोई भी कवर कर लेता है। मैं तो कुछ और ही कवर कर आया आज|"
मेरी उत्सुकता बढ़ गई। मैंने कहा; "ठीक है। चलिए आप ही बता दीजिये।" मुझे डर था, कहीं एक और अनुमान लगाकर अपने छोटेपन का कोई और सबूत न दे डालूँ।
बोले; "तुमको नहीं मालूम? करीना कपूर और सैफ अली खान में प्रेम हो गया।"
मुझे बड़ा आश्चर्य हुआ। मैंने उनसे कहा; "लेकिन करीना कपूर तो रणधीर कपूर की बेटी हैं."
बोले; "तो क्या हुआ। रणधीर कपूर की बेटियों को प्यार करने की मनाही है क्या?"
मैंने कहा; "नहीं मनाही क्यों होगी. लेकिन ये करीना कपूर तो शाहिद कपूर के साथ प्यार करती थीं।"
मुझे बड़ा अजीब लगा । कोई किसी से प्यार करे या किसी से प्यार तोड़े। इसमें टीवी वालों को खुशी क्यों होने लगी। मैंने उनसे पूछा; "तो इसमें आपलोगों को खुशी हुई, ये बात समझ में नहीं आई।"
बोले; "तुम समझ भी नहीं सकते । पूछो हम टीवी वालों से, हम कितने खुश हैं।"
मैंने वजह पूछी तो बोले; "ये करीना कपूर जब देखो टीवी चैनल पर शाहिद कपूर के साथ ही दिखाई देती थी। दोनों एक दूसरे की बड़ाई कर के जनता के साथ-साथ हमें भी बोर करते थे। पिछले तीन महीनों से फिल्मी दुनिया में कोई ख़बर ऐसी नहीं थी, जिसे बढ़िया कहा जा सके। ये तीन महीने की बोरियत आज जाकर ख़त्म हुई।"
मैंने कहा; "लेकिन फिल्मी दुनिया में और भी तो बढ़िया खबरें हैं। आजकल तो फिल्में भी हिट हो रही हैं। उसके बारे चर्चा कीजिये। भारतीय सिनेमा अब विदेशों में धूम मचा रहा है, उसके बारे में चर्चा कीजिये।"
बोले; "फिल्मों के बारे में चर्चा उतनी हिट नहीं होती जितनी फ़िल्म वालों के बारे में। जब से अमित जी ने अपनी किसानी वाली जमीन उस ग्राम सभा को वापस की है, उनके बारे में भी कुछ कहने का मौका नहीं मिल रहा था। शाहरुख खान की 'सिक्स पैक' वाली बाडी भी अब पुरानी हो चली थी। करन जौहर के बारे में सुन-सुन कर लोग बोर हो रहे थे। लेकिन सैफ अली खान और करीना ने प्यार करके हमें बचा लिया।"
मैंने कहा; "लेकिन आपको क्या लगता है। इन दोनों का प्यार कितने दिन चलेगा?"
बोले; "मुझे तो इन दोनों का प्यार सच्चा प्यार लग रहा है। तुमको मालूम है, दोनों में सच्चा प्यार कैसे हुआ?"
मैंने कहा; "नही, मुझे नहीं मालूम।"
बोले; "घर से आफिस और आफिस से घर। काम करते-करते मरो। इसके अलावा और कुछ जानते हो कि नहीं। तुम जैसे छोटे आदमी की जिंदगी में और है ही क्या।"
मैंने सोचा, ठीक ही तो कह रहे हैं। अपनी जिंदगी में और है ही क्या। फिर मैंने पूछा; "आपने बताया नहीं। कैसे प्यार हुआ इन दोनों के बीच में?"
बोले; "दोनों अफ्रीका में शूटिंग कर रहे थे। करीना के फैंस ने उन्हें घेर लिया। तब सैफ ने जाकर उन्हें बचाया। इस तरह दोनों में प्यार हो गया। और एक बात कहूँगा, कि इस तरह से होने वाला प्यार सच्चा प्यार है।"
मेरे मन में बात आई कि किस तरह हिन्दी फिल्मों में हीरो पहले किराए के गुंडों से हिरोइन को आतंकित करवाता है और बाद में उसकी रक्षा करके उससे सच्चा प्यार कर लेता है। मुझे लगा चलो टीवी वाले खुश हैं। जनता भी दो-तीन महीने खुश रहेगी। सैफ अली और करीना भी खुश होंगे। मैंने उनसे कहा; "अब समझ में आ गया आपकी खुशी का राज।"
बोले; "धमाका तो अभी बाकी है। आज हमारे चैनल ने उनके प्यार होने के उपलक्ष में एक पार्टी रखी है। हम सब जश्न मनायेंगे। हम तो ट्राई कर रहे हैं कि दोनों हमारे ही चैनल को पहला इंटरव्यू दें। अभी दोनों के समय के लिए और भी चैनल वाले लगे हुए हैं। दोनों ने अभी इंटरव्यू देने का रेट डिसाईड नहीं किया है। बाकी के चैनल भी कोशिश कर रहे हैं. लेकिन हम लोग उन्हें कुछ भी करके अपने चैनल पर ले आयेंगे।"
मैंने कहा; "जरूर ले आईये। हम भी देखेंगे। सवाल-जवाब का कार्यक्रम हो तो मुझे भी सवाल पूछने का मौका दीजिये। मैंने ख़ुद को टीवी पर नहीं देखा कभी।"
बोले; "जरूर जरूर। मैं तुमको बताऊँगा। अभी तो मैं जाता हूँ। आज पार्टी में जाने की तैयारी करनी है।" इतना कहकर वे चले गए।
मुझे महापुरुषों की बात याद आ गई; 'प्यार में बड़ी ताक़त होती है।'
सही याद आया 'प्यार में बड़ी ताक़त होती है।' वैसे उसने बाद में क्या बताया यह जरुर बताईयेगा. बेहतरीन रहा.
ReplyDeleteबहुत बढ़िया। अब ज्ञानदत्तजी बदल गये हैं, मीका वीका की खबरें रखने लगे हैं, सो उनकी सोहबत में आप भी सही जा रहे हैं। प्यार व्यार की बात चलाते रहिये। कीप इट अप।
ReplyDeleteदेवनागरी लिपि ही नहीं, बाकी के पत्रकारों के साथ भी यही घट रहा है। जो बिकता है उसे दिखा रहे हैं। सुंदर और सटीक व्यंग्य है।
ReplyDeleteआपका यह साझा ब्लॉग हिट होने वाला है क्योकि मीका और करीना के बारे में तोड़क (ब्रेकिंग) खबरें देने से सारे लोग यहीं भीड़ लगायेंगे.
ReplyDeleteव्यंग्य अच्छा है.
बढ़िया है शिव बाबू
ReplyDeleteआलोक पुराणिक> ...अब ज्ञानदत्तजी बदल गये हैं, मीका वीका की खबरें रखने लगे हैं
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यह मीका तो आलोक और काकेश ने सिन्दबाद जहाजी के बूढ़े की तरह मेरे कन्धे पर बिठा दिया है। समझ नहीं आता कैसे उतारा जाये!
सही है। ज्ञानजी कहा गया है कि अगर अनाचार से बच नहीं सकते तो इसे मजे से महसूस करें। आप भी सिन्दबादी मजे लीजिये।
ReplyDeleteज्यादा खिंचाई न करें, आपके घरमें कैमरे लेकर घूस जायेंगे और... जाने दें. आगे से जरा सम्भल कर.
ReplyDeleteअद्भुत व्यंग्य है. सच ही अब हमरा बोलीवुड भी होलीवुड को टक्कर देने लगा है. कुछ ही दिनो मी शायद उसे पीछे भी छोड़ देन. अब आपकी पारखी नज़र सरकार से हटकर इन फिल्म कलाकारों पर टिकी है, इनका अल्लाह ही बेली होगा.
ReplyDeleteमस्त!! बहुत सही!!
ReplyDeleteज्ञान दद्दा, ये मीका का भूत राखी से ही उतरेगा, एक भूत उतारने के लिए दूसरा चढ़ा लो !! हे हे हे
मेरा एक शेर है जो अब शाहिद कपूर काम में ले सकते हैं
ReplyDelete" मैं जान से भी ज्यादा करती हूँ प्यार तुझको
कहती येही है मुझको फिरती किसी के पीछे "
देखिये न लिखता कौन है और काम कोई और ही ले लेता है.
सबेरे से कहीं दंगल चल रहा था। आते ही आप व्लॉग पढ़ने बैठा हूँ....पढ कर आननंद आ गया। सचाई .ही है कि आज मीडिया के किसी पत्रकार के पास उसका कोई नजरिया है ही नही.....कुछ विजुवल चाहिए...बाकी भाई लोग गढ़ लेंगे....
ReplyDeleteमैने ऐसा सुना तो था कि ज्ञानद्त्त जी और शिव कुमार जी का कोई सांझा ब्लोग है, आज पहली बार देखा। बड़िया है जी तो आप लोग फ़िल्मी गॉसिप की भी खबर रख्ते हैं। ये हो क्या रहा है…आलोक जी के ब्लोग में राखी सांवत, मल्लिका शेरावत, ज्ञान जी के ब्लोग में मीका और अब यहाँ करीना कपूर और सैफ़। मै तो जी फ़िल्मफ़ेयर लेना बंद कर रही हूँ, मुफ़्त में गॉसिप पढ़ने को मिले तो पैसा क्युं खर्चना।
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