वह दिन भी दूर नहीं जब शादी-ब्याह के लिए माँ-बाप अपने होने वाले संबंधी से मिलेंगे तो यह कहते हुए बरामद होंगे;
"भाई साहब बुरा मत मानियेगा लेकिन इतना तो पूछना ही पड़ता है कि आपकी बेटी के ट्विटर पर फालोवर्स कितने हैं? कितने? इक्कीस सौ आठ? राजेश के तो सात सौ पैसठ ही हैं. इस मामले में आपकी बेटी मेरे बेटे से आगे है. अब क्या कहें भाई साहब, मेरा बेटा वैसे तो ट्विटर पर तीन सालों से है लेकिन फालोवर्स नहीं बढ़ रहे."
लड़की के पिताजी कहेंगे; "देखिये मेरी बेटी इस मामले में बहुत कुशल है. उसके फालोवर्स बढ़ते ही जा रहे हैं. अभी तो उसे केवल आठ महीने ही हुए ट्विटर पर लेकिन आज भगवान के आशीर्वाद से दो हज़ार से ज्यादा फालोवर्स हो गए हैं."
अब लड़की के पिताजी को क्या पता कि केवल ब्लॉगर पर ही नहीं, ट्विटर पर भी बहुत से महापुरुष ऐसे हैं जिनका इस दर्शन में विश्वास है कि;"दिल का हाल सुने दिलवाली."
मैं पार्टी-वार्टी में नहीं जाता लेकिन मुझे इस बात का पक्का विश्वास है कि अब तक लोगों ने परिचय करवाते वक़्त कहना शुरू कर दिया होगा कि; "इनसे मिलिए, ये मिस्टर शुक्ला हैं.... ट्विटर और फेसबुक पर भी हैं. अरे ट्विटर पर इनके साढ़े चार हज़ार से ज्यादा फालोवर्स हैं भाई...."
कल कल विकास गोयल जी के साथ ट्विटर पर बात हो रही थी. बातचीत इस बात पर पहुँची कि अगर फिल्म शोले आज बने तो किस तरह के सीन होंगे? आज जब जीवन में हर तरफ सोशल मीडिया छाया हुआ है? शायद डायरेक्टर ज़रूर दिखाएगा कि फिल्म के पात्र न केवल सोशल मीडिया पर हैं बल्कि कहानी भी उसी के आस-पास घूमती है. जय, वीरू, ठाकुर, गब्बर...सभी ट्विटर पर हैं और फिर सीन कैसे-कैसे हो सकते हैं.
कुछ सीन देखिये;
सीन - १
शोले का पहला सीन. जेलर साहब ट्रेन पकड़कर ठाकुर साहब से मिलने आते हैं. स्टेशन से रामलाल जी जेलर साहब को घोड़े पर बैठाकर लाते हैं.
जेलर: ठाकुर साहब, आपका डी एम मिलते ही मैंने सोचा कि आपने मुझे याद किया है. मैं ट्वीट पकड़कर नहीं आ सकता था इसलिए पहली गाड़ी पकड़कर आप से मिलने चला आया.
ठाकुर: जेलर साहब, मैं आपको एक तकलीफ देना चाहता हूँ.
जेलर: हा-हाँ कहिये. क्या ब्लड नीडेड वाली ट्वीट को री-ट्वीट करना है? या फिर हाथ के ऑपरेशन के लिए आर्थिक मदद के लिए ट्विटर पर अपील करनी है?
ठाकुर: नहीं, दूसरा काम है. मुझे दो आदमियों की जरूरत है.
जेलर : दो आदमी?
ठाकुर: रामलाल
रामलाल जी आलमारी की दराज से दो डी पी निकालते हैं. जेलर साहब डी पी को हाथ में लेकर देखते हैं.
ठाकुर: इन्हें पहचानते हैं आप?
जेलर: ठाकुर साहब, शायद ही कोई सोशल मीडिया साईट हो जिसपर ये दोनों न हों. दोनों के दोनों एक नंबर के बदमाश, पक्के चोर और छठे हुए गुंडे हैं. दोनों ने न जाने कितनी बार बड़े-बड़े ट्वीटबाजों की ट्वीट चोरी की है. दूसरों के फेसबुक स्टेटस मेसेज चुराकर अपने नाम से लगाया है. ट्विटर पर तो कई बड़े ट्वीटबाजों का मानना है कि इनकी गिनती जल्द ही दुनियाँ के सबसे बड़े ट्रोल्स में होने लगेगी.
ठाकुर: जानता हूँ लेकिन काम ही ऐसा है कि मुझे ऐसे ही आदमियों की ज़रुरत है.
जेलर: ठाकुर साहब, मुझे ये तो नहीं मालूम कि आपको क्या काम है लेकिन इतना ज़रूर कह सकता हूँ कि ये दोनों किसी काम के नहीं हैं. इनके पास तो बारह सौ से ज्यादा फालोवर्स भी नहीं हैं. ऊपर से जो फालोवर्स हैं वे जब-तब इन्हें अन-फालो कर देते हैं क्योंकि ये दोनों उनसे गाली-गलौच कर लेते हैं. वैसे भी ये पहले तो रीयल वर्ल्ड में चोरी करते थे लेकिन जबसे सोशल मीडिया साइट्स आयी हैं अब इनकी चोरियां भी केवल वर्चुवल होकर रह गई हैं. दोनों किसी काम के नहीं रहे. दिन भर ट्वीट करते रहते हैं. कभी अगर रीयल वर्ल्ड में चोरी करते भी हैं तो उसके बारे में ट्वीट पहले कर देते हैं और पकड़ लिए जाते हैं. वैसे ठाकुर साहब, आप भी तो ट्विटर पर हैं. आप इनदोनो को डी एम करके खुद भी तो अपने पास बुला सकते हैं.
ठाकुर: वो तो ठीक है जेलर साहब लेकिन मैं डी एम करूं तो इनका क्या भरोसा? उसको लेकर एक ट्वीट कर देंगे कि Tweetup with @BalDLion at Ramgarh. Tweeple around Ramgarh can also attend.
जेलर: तो मैं क्या कर सकता हूँ?
ठाकुर: अगली बार ये ट्वीट चोरी के इलज़ाम में आपकी जेल में आयें तो आप इन्हें मेरे पास लेकर आइये.
जेलर: लेकिन ठाकुर साहब, ये दोनों बड़े होशियार हैं. अपनी ट्वीट में अपना लोकेशन कभी नहीं दिखाते.
सीन - २
ठाकुर बलदेव सिंह ने जय और वीरू को डिस्ट्रिक्ट जमालपुर में ट्वीट चोरी के आरोप में पकड़ लिया है. दोनों को हथकड़ी पहना दी गई है. शाम तक ठाकुर साहब को इन दोनों को लेकर ताम्बली स्टेशन पहुंचना है. गुड्स-ट्रेन के डिब्बे में फर्श पर दोनों बैठे हैं. जय अधलेटा हो आंखें बंद किये है और और अपने चेहरे पर कैप रख ली है. सामने ठाकुर साहब एक कुर्सी पर बैठे हैं. वीरू ने थोड़ा सा उठकर ठाकुर साहब की वर्दी पर लगे बैज पर उनका नाम पढ़ा. ठाकुर बलदेव सिंह. फिर शुरू हो गया;
वीरू: थानेदार साहब आप क्या ट्विटर पर भी हैं?
ठाकुर: हाँ, हूँ. क्यों?
वीरू: हाँ, अब याद आया. तभी मैं कहूँ कि आपका नाम जाना-पहचाना लग रहा है. ये ट्विटर हैंडल @BalDLion कहीं आपका तो नहीं?
ठाकुर: हाँ, लेकिन तुम्हें कैसे पता?
वीरू जय को कोहनी मारता है.
वीरू: जय-जय, तुझे याद है जब हमने पिछली बार दौलतपुर के @LalBhaiBaniya की ट्वीट चोरी करने के प्लान की जानकारी देते हुए एडवांस में ट्वीट की थी, तो सात नम्बर पर जिसने री-ट्वीट किया था वे यही तो थे. फिर इन्होने बड़ी आसानी से हमें पकड़ लिया था. याद है वो ट्विटर हैंडल @BalDLion ? वह इन थादेदार साहब का ही हैंडल है.
जय: मुझे तो बिना रिक्वेस्ट के री-ट्वीट करने वाले हर ट्वीटर की शक्ल एक सी लगती है. सब की डीपी पर अंडा लगा रहता है.
वीरू: अब अब क्या बोलूँ, इसकी तो आदत है बक-बक करने की.
ठाकुर: कब से हो तुम ट्विटर पर? कब से दूसरों की ट्वीट चोरी कर रहे हो?
वीरू: बस समझिये थानेदार साहब कि जब पहली बार नौकरी मिली थी, तभी से ट्विटर पर हैं. तभी से ट्वीट-चोरी भी शुरू कर दी थी.
ठाकुर: लेकिन जब नौकरी मिल गई थी तो तुमने फिर ट्वीट की चोरियां करनी क्यों शुरू कर दी?
वीरू: अब क्या कहें थानेदार साहब? जिस दिन से नौकरी मिली उसी दिन लाइफ सीक्योर्ड फील होने लगी और मैंने ट्विटर अकाउंट खोल लिया. उसके बाद नौकरी के बारह बज गए और मैं केवल ट्वीट करने लगा. मालिक से पंद्रह दिन की नोटिस देकर नौकरी से निकाल दिया. बस तभी से चोरियां करने लगे हमलोग. लेकिन अब सब ठीक है. ट्वीट चोरी के धंधे में खतरा है लेकिन फिर खतरा तो आपके धंधे में भी है.
ठाकुर: क्यों हो तुम ट्विटर पर?
वीरू: वही जिसके लिए आप हैं. फेम.
ठाकुर: फेम तो मेरे पास बहुत है. मेरे पुरखे भी फेमस थे. मेरे पिताजी फेमबुक पर थे. मेरा पूरा परिवार ट्विटर पर है. मैं खुद भी ट्विटर पर हूँ. मेरा पोता फोर-स्क्वायर और लिंक्ड-इन पर है. वैसे मैं ट्विटर पर एक मकसद के लिए हूँ. मैं ट्विटर पर रहकर चोर-उचक्कों की ट्वीट पढ़ता हूँ और उन्हें पकड़ लेता हूँ. वहाँ मैं एक कॉज के लिए हूँ. शायद खतरों से खेलने का शौक है मुझे.
जय: हम भी तो रोज खतरों से खेलते हैं.
ठाकुर: फर्क है. मैं साइबर कानून की हिफाज़त के लिए खतरे मोल लेता हूँ और तुम साइबर कानून तोड़ने के लिए.
जय: और दोनों ही कामों में बहादुरी की ज़रुरत होती है.
ठाकुर: तुम अपने आपको बहुत बहादुर समझते हो?
वीरू: वक़्त आने पर साबित कर देंगे थानेदार साहब. हमदोनों एक दिन में पचास-पचास ट्वीटर की ट्वीट चोरी कर सकते हैं. गाली-फक्कड़ में हमदोनों सौ-सौ पर भारी पड़ेंगे.
सीन - ३
जय और वीरू गाँव के बाहर पत्थर के पास बैठे हैं. वीरू ने कई दिनों तक सोचा कि डी एम करके बसन्ती से प्यार का इज़हार कर दे लेकिन डी एम इसलिए नहीं कर पा रहा क्योंकि बसन्ती उसे फालो नहीं कर रही है. इस गम में वह बीयरपान किये जा रहा है. थोड़ी देर बाद जब नशा हो गया;
वीरू: जय, आज मैंने कुछ सोचा है.
जय: हा, कभी-कभी ये काम भी करना चाहिए. दिन भर ट्वीट करके ट्वीटर बोर भी तो हो जाता है. कुछ सोचकर ट्वीट करना बुरी बात नहीं. ये अलग बात है कि तेरे जैसे लोग़ ट्वीट पहले करते हैं और सोचने का काम बाद में.
वीरू: आज मैंने एक बहुत बड़ा फैसला किया है.
जय: मैं बताऊँ तेरा वो बहुत बड़ा फैसला? तू चाहता है कि बसंती को ट्वीट करके उसको फालो करने के लिए बोलेगा.
वीरू: अरे वाह यार. तू मेरा सच्चा यार है. एक यार ही यार के दिल की बात जान सकता है.
जय: और वो यार यह भी जानता है कि इस साल किसी लड़की को फालो करने का रिक्वेस्ट वाली ट्वीट करने का ये तेरा आठवां फैसला है.
वीरू: ये फाइनल है यार.
जय: फाइनल है? सुबह से बीयर पी रहा है न.
वीरू: यार पार्टनर, मेरा एक काम करेगा?
जय: क्या?
वीरू: वो बसन्ती की मौसी है न. उससे जाकर कह कि वो बसन्ती से कहे कि बसन्ती मुझे फालो करे.
जय: मैं क्यों करूं ऐसा? मौसी से कहना ही होगा तो मैं उससे कहूँगा कि वह बसन्ती से मुझे फालो करने के लिए कहे. तुझे क्यों?
वीरू: समझा. तू मेरा दोस्त नहीं है. लानत है ऐसी दोस्ती पर. इसीलिए अकड़ रहा है न कि मेरा तेरे सिवाय और कोई नहीं? तू नहीं चाहता कि बसन्ती मुझे फालो करे. तू नहीं चाहता कि मैं उसे डी एम करके उससे प्यार का इज़हार करूं. आज ट्विटर पर मेरी माँ होती तो वह बसन्ती की फालोवर बनकर उसके साथ दोस्ती करके उससे मुझे फालो करने को कहती. मेरे बाप से मैंने कितनी बार कहा कि ऑर्कुट छोड़कर ट्विटर पर ट्विटर पर आ जाए क्योंकि अब ऑर्कुट आउट-डेटेड हो गया है लेकिन वो सुने तब तो. मेरे भाई बहन होते....तू नहीं चाहता कि बसन्ती मेरी हो. समझ गया...
जय: स्साला, घड़ी-घड़ी ड्रामा करता है. ठीक है ठीक है. मैं मौसी से बात करूँगा.
सीन - ४
जय मौसी से बात करने गया है. दोनों आमने-सामने बैठे हैं. बातचीत शुरू हुई.
मौसी: अरे बेटा, बस इतना समझ लो कि ट्विटर पर जवान बेटी सीने पर पत्थर के शिल की तरह होती है. एक बार बसंती का फालोवर्स काउंट दस हज़ार क्रॉस करे तो चैन की सांस लूँ.
जय: हाँ, सच कहा मौसी आपने. बड़ा बोझ है आप पर.
मौसी: लेकिन बेटा इस बोझ को कोई इंटरनेट के कुएं में तो फेंक नहीं देता. बुरा नहीं मानना. इतना तो पूछना ही पड़ता है कि लड़का ट्विटर पर कितना फेमस है? फालोवर्स कितने हैं?
जय: अब फालोवर्स का तो ये रहा मौसी कि एक बार बसन्ती फालो करने लगेगी तो बसन्ती के हजारों फालोवर्स इसके भी फालोवर्स बन जायेंगे.
मौसी: तो क्या अभी एक भी फालोवर नहीं है?
जय: नहीं-नहीं ये मैंने कब कहा मौसी? फालोवर्स हैं. लेकिन अब रोज-रोज तो फालोवर्स नहीं मिल सकते न. फालोवर्स तो उसके बारह सौ के आस-पास हैं लेकिन उनमें से ज्यादाटर ट्रोल्स हैं. अमेरिका के ट्रोल्स ज्यादा हैं.
मौसी: तो क्या इंडिया वाले बिलकुल भी फालो नहीं करते?
जय: ये मैंने कब कहा. करते हैं इंडिया वाले भी फालो करते हैं लेकिन क्या है मौसी कि एक बार वीरू गाली-गलौच पर उतर आता है तो फिर कईलोग़ एक साथ अनफालो भी कर देते हैं.
मौसी: गाली-गलौच पर उतर आता है? तो क्या गाली भी देता है.
जय: नहीं-नहीं मौसी वो तो बहुत ही अच्छा और नेक लड़का है. लेकिन मौसी एक बार शराब पी ले न फिर अच्छे-बुरे का कहाँ होश? किसी ने उसके साथ किसी मुद्दे पर ट्वीटबाज़ी शुरू कर दी तो वह भी नशे में गाली-गलौच शुरू कर देता है.
मौसी: आय-हाय, तो क्या शराब भी पीता है?
जय: अरे तो शराब कौन नहीं पीता मौसी? शराब तो बड़े-बड़े ट्वीटर पीते हैं. कईयों ने तो अपने डी पी में शराब की बोतल भी लगा रखी है. कई तो दारु पीते हुए ट्वीट करके बताते हैं कि उन्होंने कितने पेग पी ली है. अब शराब के नशे में अगर वो गाली-गलौच शुरू कर दे तो इसमें बेचारे वीरू का क्या दोष?
मौसी: ठीक कहते हो बेटा. शराबी हो, गाली-गलौच करे लेकिन इसमें उसका कोई दोष नहीं.
जय: मौसी आप तो मेरे दोस्त को गलत समझ रही हैं. वो तो इतना सीधा है और भोला है. अरे बसंती से उसको फालो करने के लिए कहकर तो देखिये. बसंती फालो करने लगेगी तो गाली-गलौच और शराब की आदत तो दो दिन में छूट जायेगी.
मौसी: अरे बेटा, मुझ बुढ़िया को समझा रहे हो? ये शराब और गाली-गलौच की आदत किसी की छूटी है आजतक?
जय: मौसी आप मेरा विश्वास कीजिये वीरू इस तरह का लड़का नहीं है. बसंती उसे फालो करने लगेगी तो वह दूसरी लड़कियों को डी एम भेजना बंद कर देगा. जवाब न मिलने का फ्रस्ट्रेशन नहीं रहेगा तो शराब वगैरह ऐसे ही छूट जायेगी.
मौसी: आय-हाय तो बस यही एक कमी रह गई थी? तो क्या और लड़कियों को भी डी एम भेजता है?
जय: लड़कियों को डी एम भेजने की कोशिश कौन नहीं करता मौसी? बड़े-बड़े ट्वीटर लड़कियों को डी एम भेजते हैं. खानदानी लोग़ भेजते हैं.
मौसी: तो बेटा ये भी बताते जाओ कि तुम्हारे ये दोस्त हैं किस खानदान के?
जय: बहुत बड़े खानदान के हैं मौसी. वीरू के पिताजी भी ऑर्कुट पर हैं.
मौसी: तो तुम चाहते हो कि बसन्ती ऐसे लड़के को फालो करे जिसके पिताजी आजतक ऑर्कुट पर हैं? एक बात कान खोलकर सुन लो. भले ही बसन्ती का फालोवर्स काउंट दो साल बाद दस हज़ार क्रॉस करे लेकिन मैंने उससे ऐसे लड़के को फालो करने के लिए नहीं कहूँगी जिसका बाप अभी तक ऑर्कुट पर है. सगी मौसी हूँ, कोई सौतेली माँ नहीं.
जय : अजीब बात है. मेरे इतना समझाने पर भी आपने ना कर दिया. बेचारा वीरू, न जाने क्या करेगा?
जबरदस्त...आपकी खोपड़ी का जवाब नहीं...गब्बर सिंह की भी बात कीजिये...कितने फलोअर्स हैं? दो सरदार...धिक्कार है तीन ट्वीट और दो फलोअर्स...बहुत नाइंसाफी है...
ReplyDeleteनीरज
Mind Blowing.......एकदम राप्चिक :)
ReplyDeleteEpic Suff Mishra Ji, majaa aa gaya.
ReplyDeleteकाश! यह स्क्रिप्ट रामगोपाल वर्मा देख लेता तो असफलता का मुंह तो न देखना पड़ता :)
ReplyDeleteपता नहीं ... नहीं जानता ..
ReplyDeleteलेकिन एक बात जानना चाहता हूँ,
गब्बर कब मरेगा..
शोले कब खत्म होगी..
कोई नहीं जानता..
यही इस फिल्म की विशेषता है..
हर देश काल में फिट बैठती है..
बदिया लगया व्यंग.
साधुवाद.
बाप अभी तक ऑर्कुट पर, क्या जमाना आ गया है..
ReplyDeleteट्वीटरगढ़ के शोले ... यह पोस्ट आप को अपने सारे ट्विटर फालोअर्स
ReplyDeleteको समर्पित करना चाहिये ..जो लोग ट्विटर के चाल चलन से
परिचित हैं, वो कही न कही अपने आप को खोजेगे इस पोस्ट में..
.....आनंद आ गया|
वाह मिश्रा जी दूसरी बार किसी ब्लॉग पर शोले की नई पटकथा पढ़ रहा हूँ . वैसे भी आपका हक है सलीम-जावेद की तर्ज़ पर आपका ब्लॉग भी शिव-ज्ञान की जोड़ी शैली में है.
ReplyDeleteमैं तो सोचता ही रहा की त्वरितर पर हिन्दी ब्लॉगवाले सक्रिय हूँ . पंचम जी तो एक ट्वीट कर वापस ही नहीं आये . और अब जब आपने त्वरितर का इतना महात्म्य लिख दिया और यहाँ इतने बड़े बड़े त्वरितर की परिभाषा के अनुसार हिंदीब्लॉग के सेलेब्रिटी हैं तो अवश्य अब आप और ज्ञान जी की तरह और भी हिंदी के सेलेब्रिटी Occupy Twitter कर लेंगे
ये तो कालजयी है.
ReplyDeleteवाह वाह ! गजब है ये तो.
ReplyDeleteक्या बात है! इस पर तो पूरी पिक्चर बननी चाहिये। :)
ReplyDeleterapchik cha tapchik..........
ReplyDeletejai ho.......
pranam.
चलें, कुछ फॉलोअर तलाशें! उसके बिना तो लगता है आगे जिन्दगी कटना दूभर होगा! :(
ReplyDeleteझकास............ सर देखिएगा कोई नया शोले न बना डाले इस पर... कई गब्बर TL पर घूमते रहते हैं ;)
ReplyDeleteये क्लासिक पोस्ट है :) फिर पढ़ा मैंने।
ReplyDeleteकई दिनों से कुछ पढ़ नहीं पा रही थी आज सोचा थोड़ा फ़्रेश हो लूँ ,,,,,और ये मिला पढ़ने को ----वाव्व्व्व्व्व्व्व्व्व्व !!!!! माईंड ब्लॉईंग !!!!!!एकदम फ़्रेश......
ReplyDeleteFunny!! Certainly Basanti will have the maximum number of followers :D
ReplyDeleteजय हो....
ReplyDeleteक्या उतारा है...
जबरदस्त....
गज़ब की गहराई है भाई जी :-)
ReplyDeleteशुभकामनायें आपको !
जय, बीरू, बसन्ती ,मौसी, ठाकुर, और अंग्रेजों के जमाने के जेलर सबको ट्वीट करवा दिया ।
ReplyDeleteगज़ब गज्ज़ब गज्ज्ज़ब:)
ReplyDeleteLiked.......
ReplyDeleteमज़ा आ गया भाई शिव कुमार। ज़बरदस्त लिखा है।
ReplyDelete