यह सवा सौ ग्राम की तुकबंदी ट्वीट-योद्धा का आह्वान कर रही है. आप बांचिये और अगर ट्विटर पर हैं तो इस आह्वान को सुनते हुए लग जाइए:-)
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पूरब में सूरज उगा, जग उठा दिन अब,
अलसाई आँखें मलकर खोलोगे कब?
ट्वीटाधिराज बिस्तर से अब उठ जाओ,
स्मार्टफ़ोन पर को झट से हाथ लगाओ
पढ़ लो पहले जो टी एल है बतलाती,
मत ध्यान करो गर कोयल भी हो गाती
मन करे अगर तो गुडमोर्निंग कह डालो,
बदले में गुड़-डे वाली कुछ विश पा लो
चिंता कर डालो देशभक्त बन जाओ,
झट अपने दल का खूब समर्थन पाओ
अन्ना को गाली, रामदेव को रगड़ो,
गर मिलें सपोर्टर उनसे फट से झगड़ो
सोनिया माइनो, मनमोहन को गाली,
आरटी भी ले लो और साथ में ताली
दो यूं कुतर्क राहुल महान हो जायें,
सड़ियल ट्वीटें भी स्वीट-तान हो जाए
जिसको भी चाहो पेड-न्यूज बतलाओ,
अपने लोगों से खुब आशीष कमाओ
स्वामी जवाब दें फट आर टी कर डालो,
दूसरों की टाइम-लाइन को भर डालो
खबरों की लेकर लिंक उन्हें झट ठेलो,
फालोवर्स की तारीफ फटाफट ले लो
फैसला सुनाओ धर्म तुम्हारा बढ़िया,
कोई जो करे अपोज उसे कह घटिया
अपने रस्ते पर बस चलते ही जाओ,
जो करें विरोध उन्हें चिरकुट बतलाओ
कुछ पत्रकार को बतलाना तुम हालो,
पर कभी न करना उनको तुम अनफालो
फिर उसकी कोई घटिया ट्वीट पकड़कर,
और ट्रोल करो फिर उसको रोज रगड़कर
बतलाओ सबको मीडिया बिका हुआ है,
इनपर ही भ्रष्टाचारी टिका हुआ है
पर लिंक उसी मीडिया वाली तुम लेना,
उसको चाहे जितनी गाली तुम देना
कुछ कर डालो कि ट्वीट-क्रान्ति आ जाए,
और ट्वीट तुम्हारे लाखों आर टी पाए
हर मुद्दे को पकड़ो टांगों से, खींचो,
और बीच-बीच में ट्वीट-मुट्ठियाँ भींचो
ललकारो अपने दुश्मन को दो गाली,
कोई भी ट्वीटिंग-बुलेट न जाए खाली
छेड़ो तुम दलित-विमर्श जो आये मन में,
फिर दौड़ो जैसे कोई चीता वन में
स्त्री-विमर्श मोहताज रहे ट्वीटों की,
जो गाली दें ऐसे लम्पट, ढीठों की
आसाम की चाहे हों यूपी की बातें,
चाहे नेता की हों घातें-प्रतिघातें
हों यूपी वाली सिस्टर जी के हाथी,
या जो थे कलतक नेताजी के साथी
हों ज़रदारी या फिर बाराक ओबामा,
चाहे हों देसी सिब्बल, दिग्गी मामा
झट ट्वीट-एक्शन सबपर ही कर डालो,
जिससे सब पढ़ें जो करते तुमको फालो
लेकर शस्त्रों को ट्वीटक्षेत्र में जाओ,
भारत-गौरव अब राष्ट्रप्रेम दिखलाओ
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Tuesday, August 7, 2012
ट्वीटर का आह्वान!
@mishrashiv I'm reading: ट्वीटर का आह्वान!Tweet this (ट्वीट करें)!
Labels:
कविता,
ट्विटर,
सोशल मीडिया
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इस पोस्ट का आनंद वो प्राणी ज्यादा ले सकते हैं जो ट्विटर पर ट्विटते हैं प्रभु से करबद्ध प्रार्थना हैं यह पोस्ट सारे ट्वीटाधिराज द्वारा बाची जाय |जय हो ट्विटर महाराज की :)
ReplyDeleteग़जब भाई! अद्भुत है.
ReplyDeleteबेहतरीन!
ReplyDeleteट्विटर का काला-चिट्ठा है ये तो :)
हर पल साथ निभाये,
ReplyDeleteट्वीट हाथ में आये।
ये तो बड़ा ट्विट हो गया। कैसे हुआ इत्ता बड़ा ट्विट!
ReplyDeletesirjee fir se bheega ke diye hain ;)
ReplyDeleteट्वितर न हुआ कि सागर हो गया जो हाथ आये उसी मे फेंकते रहो। बहुत खूब कविता है।
ReplyDeleteशानदार !
ReplyDeleteवहाँ, वहाँ और वहाँ भी फिर से पढ़ आये :)
गज़ब...गज़ब...आओ ट्वीट करें..ट्वीटों का है मौसम...हे हे हे आओ ट्वीट करें...ज़िन्दगी है यही....
ReplyDeleteवाह क्या मधुर ट्वीट सुर है....मज़ा आ गया !
ReplyDeleteजबर
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